बीकानेर
श्रीडूंगरगढ़ के गजपुरा में रहने वाले किसानों के साथ सरकारी तंत्र ट्यूब वैल के नाम पर मखौल कर रहा है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में किसानों ने एकत्र होकर सोमवार को प्रधान के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया। दरअसल, ग्रामीणों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सिफारिश पर एक ट्यूबवेल स्वीकृत किया गया। ये ट्यूबवेल लखासर ग्राम पंचायत के गजपुरा में बनना था। पिछले दिनों पता चला कि ट्यूबवेल तो बन रहा है लेकिन गांव से पांच किलोमीटर दूर बन रहा है। किसानों का कहना है कि पीने के पानी के लिए अगर पांच किलोमीटर दूर ही जाना है तो इस ट्यूबवेल की जरूरत ही क्या है? गांव के किसान सोमवार को श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति पहुंचे। यहां आपत्ति दर्ज करवाई है।
प्रधान पति केसराराम गोदारा से बात कर ट्यूबवेल गांव में बनाने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि ग्रामीणों की अनदेखी करते हुए गांव से 5 किलोमीटर दूर सड़क के पार किसी निजी खेत में ट्यूबवेल करवाया जा रहा है। गांव से इतनी दूर ट्यूबवेल ग्रामीणों के किसी काम नहीं आएगा। ग्रामीणों ने प्रधान प्रतिनिधि से गुहार लगाई कि ट्यूबवेल उस जगह लगाया जाए जहां उसका उपयोग ग्रामीणों के हित में हो। इस पर केसराराम गोदारा ने संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर ट्यूबवेल ग्रामीणों की राय जानकर ही लगाने के निर्देश दिए।