अनूपगढ़. आज राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के अध्यक्ष सुभाष छाबड़ा एवं अखिल राजस्थान प्रबोधक संघ के अध्यक्ष जरनैल सिंह के नेतृत्व में दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया है।संगठनों ने मांग की है कि मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा 56 विद्यालयों को 17 सीसी नोटिस देने की सिफारिश को रद्द करने किया जाए।
जिला उपाध्यक्ष पवन स्वामी ने बताया कि मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बिना धरातल की परिस्थितियों को जांच करते हुए 17 सीसी नोटिस जारी करने की अनुशंसा की है, जो कि घोर अन्याय पूर्ण है। धरातल पर स्थिति यह है कि बहुत से बच्चों के आधार कार्ड और जन आधार कार्ड बने हुए ही नहीं है। ना ही अभिभावक शिक्षकों का सहयोग करते हैं। बार-बार संपर्क करने पर भी अभिभावक शिक्षकों से मारपीट और दुर्व्यवहार करने पर उतारू हो जाते हैं। फिर भी शिक्षकों का दोषी मानते हुए मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सरवन बिश्नोई द्वारा 17 सीसी की सिफारिश करना गलत है।शिक्षकों ने एक राय होकर पुरजोर मांग की है कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से तुरंत प्रभाव से मुक्त किया जाए।
महिंद्र गिल ने बताया कि बोर्ड परीक्षाएं एवं वार्षिक परीक्षाएं नजदीक होते हुए भी शासन -प्रशासन के आदेश शिक्षा को बुरी तरह से प्रभावित कर रहे हैं। शिक्षक अपना मूल कार्य कर पाने में असमर्थ हो चुका है। इससे शिक्षा को नुकसान हो रहा है।
संगठन के जिला अध्यक्ष राजाराम स्वामी ने बताया कि अगर 17 सीसी की सिफारिश रद्द नहीं की गई तो संगठन जिला स्तर पर जिला कलेक्टर महोदय से वार्ता कर वस्तु स्थिति से अवगत करवाकर अवैध कार्रवाई को निरस्त करवाई जाएगी।
इस अवसर पर गुरजंट सिंह, ,विनोद मौर्य, राजाराम डाल, भूपेंद्र सिंह, राजा राम बेनीवाल, राजेश मीणा , हरदेव सिंह, गुरबचन सिंह,बलविंदर सिंह आदि अनेक संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।