बीकानेर के शासक महाराजा गंगासिंह द्वारा स्थापित श्रीगंगानगर में ‘सीमा सन्देश’ की स्थापना 10 अक्टूबर, 1951 को कर्मचारी नेता, समाजवादी पं. कमलनयन शर्मा ने की। इस दिन भारतीय पंचांग के अनुसार विजया दशमी (दशहरा) का पर्व था। गोल बाजार, श्रीगंगानगर स्थित शंकर प्रेस से तीन कॉलम साइज के आठ पृष्ठों से इसकी शुरूआत हुई। 1952 में इसका मुद्रण व प्रकाशन जनता प्रेस, गोल बाजार से प्रारम्भ हुआ। 1 फरवरी, 1972 को दैनिक के रूप में इसका प्रकाशन होने लगा। 1966 में इसका शाखा कार्यालय राजधानी जयपुर में स्थापित किया गया। 5 अगस्त, 1976 से यह बड़े आकार में प्रकाशित होने लगा। सन् 1990 में ट्रेडिल मशीन (लेटर प्रेस) से आधुनिक तकनीक की आॅफसेट प्रणाली को अपनाया गया। श्रीगंगानगर में यह तकनीक अपनाने वाला ‘सीमा सन्देश’ प्रथम समाचार पत्र है। ‘सीमा सन्देश’ के जयपुर संस्करण का मुद्रण-प्रकाशन 1991 में प्रारम्भ हुआ। वर्ष 2006 से यह रंगीन मुद्रित हो रहा है। 27 जनवरी, 2007 को हनुमानगढ़ रोड पर चक 7 ई छोटी, श्रीगंगानगर में इसके स्वयं के नवनिर्मित भवन का उदुघाटन भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति महामहिम भैरोंसिंह शेखावत ने किया। जयपुर में इसका कार्यालय व मुद्रणस्थल झालाना सांस्थानिक क्षेत्र में स्वयं के भवन में संचालित हो रहा है। संस्थापक पं. कमलनयन शर्मा की दूसरी व तीसरी पीढ़ी इसका संचालन-सम्पादन-प्रबंधन कर रही है। वर्तमान में उनके पुत्र श्री ब्रजभूषण शर्मा, डॉ. श्रीधर शर्मा, श्री ललित शर्मा व श्री विनीत शर्मा एवं पौत्र श्री वैभव शर्मा व श्री सौरभ शर्मा निदेशक के रूप में इसका प्रबंधन-प्रकाशन कर रहे हैं।