सदी का अनोखा चंद्रग्रहण 7 सितम्बर को होगा, 2027 में लगेगा शताब्दी का सबसे लम्बा सूर्यग्रहण

सदी का अनोखा चंद्रग्रहण 7 सितम्बर को होगा, 2027 में लगेगा शताब्दी का सबसे लम्बा सूर्यग्रहण

नई दिल्ली। 7 सितंबर, 2025 को पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। इस दिन चंद्रमा पूर्णत: पृथ्वी की छाया में होगा, जिससे उसका रंग लाल या नारंगी हो जाएगा, जिसे ‘ब्लड मून’ कहा जाता है। यह चंद्रग्रहण भारत, चीन, रूस, पूर्वी अफ्रीका, पश्चिमी आॅस्ट्रेलिया और अरब देशों में दिखाई देगा। भारत में यह चंद्रग्रहण रात 08:58 बजे शुरू होकर रात 01:25 बजे तक चलेगा। हालांकि, उत्तरी अमेरिका में यह दृश्य नहीं दिखेगा।
क्या है ब्लड मून का कारण?
जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और सूर्य की लाल तरंगें चंद्रमा तक पहुंचती हैं, तो चांद का रंग गहरा लाल या नारंगी दिखाई देता है। इस खगोलीय घटना को ‘ब्लड मून’ कहा जाता है। 7 सितंबर को यह ‘कॉर्न मून’ भी कहलाएगा, क्योंकि यह पूर्णिमा के समय का चंद्रग्रहण होगा।
दो साल बाद सदी का सबसे लंबा सूर्यग्रहण
2 अगस्त, 2027 को लगने वाला पूर्ण सूर्यग्रहण हालिया इतिहास का सबसे लंबा और दुर्लभ ग्रहण होगा। इसे ‘सदी का सूर्यग्रहण’ कहा जा रहा है। यह ग्रहण अटलांटिक महासागर से शुरू होकर अरब प्रायद्वीप तक जाएगा और 6 मिनट 21 सेकंड तक सूर्य पूरी तरह से ढका रहेगा। यह 1991 के बाद अब तक का सबसे लंबा सूर्यग्रहण होगा। हालांकि, कुछ रिपोर्टों में इसे ‘100 वर्षों का सबसे लंबा ग्रहण’ बताया गया, जबकि वास्तव में यह 87 वर्षों में सबसे लंबा ग्रहण है।
अंधेरे की अफवाह और वास्तविकता
इंटरनेट पर दावा किया जा रहा है कि इस दिन पूरी दुनिया छह मिनट के लिए अंधेरे में डूब जाएगी, लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है। यह ग्रहण केवल कुछ देशों में ही पूरी तरह दिखाई देगा, जैसे स्पेन, जिब्राल्टर, मोरक्को, ट्यूनीशिया, मिस्र, सऊदी अरब, यमन और सोमालिया। वहीं आंशिक सूर्यग्रहण अफ्रीका, यूरोप और दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों में दिखेगा। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
ऐसा लंबा सूर्यग्रहण क्यों?
इस बार पृथ्वी सूर्य से अपने सबसे दूर बिंदु पर होगी, जिससे सूर्य अपेक्षाकृत छोटा दिखेगा। वहीं, चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीकी बिंदु पर होगा, जिससे वह बड़ा दिखाई देगा और सूर्य को अधिक समय तक ढक सकेगा। यही कारण है कि यह सूर्यग्रहण इतना लंबा होगा।
अगली बार कब दिखेगा ऐसा सूर्यग्रहण?
2027 के बाद इस प्रकार का लंबा पूर्ण सूर्यग्रहण वर्ष 2114 में दिखाई देगा। इसलिए 2 अगस्त, 2027 को होने वाला सूर्यग्रहण खगोल विज्ञान प्रेमियों और वैज्ञानिकों के लिए एक दुर्लभ अवसर होगा। इस तरह से 2025 और 2027 खगोलीय घटनाओं के लिहाज से बेहद खास साल हैं। जहां 2025 में ‘ब्लड मून’ लोगों को चौंकाएगा, वहीं 2027 में दिन में रात जैसा नजारा होगा।

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