श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में श्रमिक संगठन हड़ताल पर रहे

श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में श्रमिक संगठन हड़ताल पर रहे

लोडिंग-अनलोडिंग कार्य पूरी तरह ठप रहा, परिवहन भी बंद व धानमंडी के व्यापारियों ने बोली बंद रखी, गांधी चौक पर की जनसभा
सीमा सन्देश# श्रीगंगानगर।

केंद्रीय श्रम संगठनों द्वारा आहूत देशव्यापी हड़ताल को श्रीगंगानगर जिले में श्रमिकों, किसानों, कर्मचारी वर्ग का समर्थन मिला तथा श्रमिकों में केन्द्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिला। भारतीय ट्रेड यूनियन (सीटू) के जिला सचिव का. जगदीश सिंह भट्टी ने बताया कि अनाज मंडियों, एफसीआई और सेंट्रल वेयरहाउस के गोदामों सहित जिले के सभी निजी गोदामों में लोडिंग और अनलोडिंग का काम पूरी तरह से ठप्प रहा। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, रेहडियों और अन्य वाहनों से होने वाला परिवहन कार्य भी पूर्ण रूप से बंद रहा, जिससे माल की आवाजाही बाधित हुई। श्रीगंगानगर शहर के व्यापारियों ने आधे दिन का समर्थन दिया, वहीं धान मंडी के व्यापारियों ने बोली बंद रखकर देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाया।
देशव्यापी हड़ताल के तहत बुधवार सुबह मजदूर अपने-अपने संस्थानों में काम बंद कर पब्लिक पार्क में एकत्र हुए। यहां से जुलूस निकालकर गांधी चौक पहुंचे, जहां सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया।
जनसभा को सीटू के प्रदेश महासचिव वी.एस. राणा, जिलाध्यक्ष मोहनलाल, जिला महामंत्री हरकेवल दीप सिंह, जिला सचिव जगसीर सिंह भट्टी, अनाज मंडी पल्लेदार यूनियन के प्रधान भोलू इंदौरा, ट्रैक्टर-ट्रॉली यूनियन के प्रधान साधु राम, ट्रैक्टर ट्रॉली रीको यूनियन के अध्यक्ष रामस्वरूप, एफसीआई लेबर एंड पल्लेदार यूनियन के प्रधान गुरप्रीत सिंह, चुन्नीलाल, सीमेंट यूनियन के अध्यक्ष प्रेम सिंह, ट्रक ट्रॉली लोडिंग यूनियन के कोषाध्यक्ष सुगनाराम, जयमल राम, अवतार सिंह, पत्थर यूनियन बाईपास के अध्यक्ष महेंद्र सिंह, सेंट्रल वेयर हाउस रीको के अध्यक्ष रोशन कुमार सिंह, इंटक के जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा, उपाध्यक्ष उस्मान खान, खेत मजदूर यूनियन के नेता वकील सिंह, आरएमएसआरयू के अध्यक्ष संजीव धमीजा, भवन निर्माण मिस्त्री मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष लखविंदर सिंह, सोहन सिंह मंडर, आईडीपीएल के नेताओं सहित विभिन्न श्रमिक यूनियनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने सम्बोधित किया।
सीटू के प्रदेश महासचिव कामरेड वी.एस. राणा ने सरकार को चेताया कि यदि केंद्रीय श्रम संगठनों की मांगों का शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो आने वाले समय में सरकार को निर्णायक संघर्ष का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश का नौजवान बेरोजगारी से हताश है और आम जनता महंगाई से त्रस्त है।
समस्याओं के अविलम्ब निराकरण की मांग : सभा में निर्णय लिया गया कि यदि मनरेगा मजदूरों को पर्याप्त काम और समय पर वेतन नहीं दिया गया तो आने वाले समय में जोरदार आंदोलन किया जाएगा। सभा के बाद, महिला-पुरुष श्रमिक जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में और केन्द्र सरकार की श्रमिक, किसान व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सीटू के प्रदेश महासचिव वी.एस. राणा के नेतृत्व में सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम श्रीगंगानगर के माध्यम से राष्ट्रपति को 21 सूत्री ज्ञापन भेजकर अविलम्ब निराकरण की मांग की।

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