स्मार्ट मीटर योजना के विरोध में एसई कार्यालय में किया प्रदर्शन

स्मार्ट मीटर योजना के विरोध में एसई कार्यालय में किया प्रदर्शन
  • स्मार्ट मीटर नहीं लगाने की दी चेतावनी, एसई से की वार्ता
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    विद्युत उपभोक्ताओं के घरों के बाहर स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में सोमवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के बैनर तले शहर व आसपास के गांवों के नागरिकों ने जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद एसई से वार्ता की और किसी भी हालत में स्मार्ट मीटर नहीं लगाने देने की चेतावनी दी। इससे पहले प्रदर्शन स्थल पर हुई सभा में माकपा नेता रघुवीर वर्मा ने कहा कि डिस्कॉम की ओर से पहले ही तरह-तरह के चार्ज लगाकर विद्युत उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है। अब बड़ी-बड़ी कंपनियों को फायदा देने के लिए सरकार स्मार्ट मीटर की योजना लेकर आई है। स्मार्ट मीटर लगने से बिजली के बिलों में भारी वृद्धि होगी। रिचार्ज नहीं होने की स्थिति में बिजली नहीं चल पाएगी। स्मार्ट मीटर की लागत टैरीफ के जरिए आम उपभोक्ताओं से वसूली जा रही है। यह सब बड़ी-बड़ी कंपनियों को फायदा देने के लिए हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि पूरे जिले में कहीं भी स्मार्ट विद्युत मीटर नहीं लगने देंगे। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा ने कहा कि बड़े शहरों में जिन घरों में यह मीटर लगाए गए हैं, वहां बिजली बिलों में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। मीटरों में लगी चिप का नियंत्रण निजी कंपनियों के पास रहता है। यह सीधे तौर पर आम जनता पर आर्थिक बोझ डालने जैसा है। इससे पारदर्शिता पर भी सवाल उठते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि स्मार्ट मीटर लगाने की योजना पर रोक नहीं लगाई गई, तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इस मौके पर रामेश्वर वर्मा, बहादुर सिंह चौहान, सलमान, आत्मासिंह, प्रहलाद कुमार, शिव कुमार, वली शेर, देवीलाल, विकास, वारस अली, बृजप्रकाश स्वामी आदि मौजूद रहे।
    सर्वे जारी, लगाए जाएंगे स्मार्ट मीटर : एसई
    डिस्कॉम एसई के अनुसार स्मार्ट मीटर अच्छी पहल है। लोगों में भ्रांतियां हैं कि यह मीटर तेज चलते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। अभी फिलहाल स्मार्ट मीटर में रिचार्ज का आॅप्शन भी नहीं डाला गया। यह साधारण मीटर की तरह ही काम कर रहे हैं। यह योजना उपभोक्ता के लिए फायदेमंद है। सिस्टम को एनालासिस करने और रियल टाइम मॉनिटरिंग यानि हर फीडर पर क्या लोड चल रहा है, इसका पता लगाना है। उपभोक्ता अपनी रोजाना की खपत जांच सकेगा। इससे वर्तमान में आ रही गलत रीडिंग लेने, बिल नहीं मिलने जैसी शिकायतों से छुटकारा मिल सकेगा। एसई के अनुसार वर्तमान में सर्वे का कार्य चल रहा है। जैसे-जैसे सर्वे पूर्ण होगा, स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। पूर्व में खराब पड़े मीटरों की जगह व सरकारी कार्यालयों व हाई बिलिंग कंज्यूमर के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं।

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