पूर्व उपसभापति पर आरोप-मां व बेटी की मदद से करना चाहता है मकान पर कब्जा

पूर्व उपसभापति पर आरोप-मां व बेटी की मदद से करना चाहता है मकान पर कब्जा
  • वृद्धा की देखभाल करने वाले अधिवक्ता ने रखी कानूनी कार्रवाई करने की मांग
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    टाउन निवासी एक बुजुर्ग महिला ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नगर परिषद के पूर्व उपसभापति अनिल खीचड़ पर मां-बेटी की मदद से मकान पर कब्जा करने के आरोप लगाए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुजुर्ग महिला गुरदेव कौर ने कहा कि वह अपनी मर्जी से गांव गंगागढ़ निवासी अपने अधिवक्ता भतीजे राजेन्द्र सिंह के साथ रह रही है। राजेन्द्र सिंह उसकी सेवा करता है। लेकिन नगर परिषद के पूर्व उपसभापति अनिल खीचड़ की ओर से यह आरोप लगाया जा रहा है कि उसे राजेन्द्र सिंह ने जबरदस्ती अपने पास छुपा रखा है लेकिन यह सब आरोप झूठे हैं। जबकि वह अपनी इच्छा से राजेन्द्र सिंह के पास रह रही हैं। गुरदेव कौर ने आरोप लगाया कि अनिल खीचड़ वगैरा उसके मकान पर कब्जा करना चाहते हैं। उसे मारने की धमकी भी मिल रही है। उन्होंने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट में दरख्वास्त दी हुई है। भूर कौर व हरपाल कौर की मदद से अनिल खीचड़ उसका मकान कब्जाना चाहता है। वहीं अधिवक्ता राजेन्द्र सिंह ने बताया कि रिश्ते में बुआ लगती 90 वर्षीय गुरदेव कौर पुत्री इन्द्र सिंह जटसिख निवासी नई आबादी, वार्ड 28, गली नम्बर 17-18, टाउन में रहती हैं। गुरदेव कौर दो भाई-बहन हैं। उसके भाई जीतसिंह के अलावा अन्य कोई भी वारिस नहीं है। गुरदेव कौर के भाई जीतसिंह के नाम पर संयुक्त खाते की कृषि भूमि चक 3 एसएनएम में थी। उसके भाई जीतसिंह की मृत्यु 26 मार्च 2024 को हो गई। उसके बाद भूर कौर पत्नी मेजर सिंह व उसकी पुत्री हरपाल कौर ने अपने नाम से एक फर्जी हल्फनामा पेश करते हुए उसके भाई जीतसिंह के वारिस सदस्य के रूप में पेश करते हुए तत्कालीन वार्ड पार्षद से वारिस सदस्य के संबंध में पटवारी की सहमति करवाकर तहसीलदार के समक्ष पेश किया गया। इस हल्फनामा के जरिए भूर कौर ने उसके भाई की कृषि भूमि षड्यंत्र पूर्वक अपने नाम दर्ज करवा ली। यही नहीं उसके भाई जीतसिंह के नाम पर पंजाब में गांव गोदारा तहसील बगरड़ी जिला फरीदकोट की 17 बीघा जमीन भी फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने नाम करवाकर अन्य व्यक्तियों को बेचान कर दी। अब भूर कौर वगैरा आपसी षड्यंत्र रचकर उसके भाई जीतसिंह की कृषि भूमि व प्लाट सहित समस्त संपति खुर्द-बुर्द करने की फिराक में हैं। जबकि उसके भाई जीतसिंह का भूर कौर व हरपाल कौर से किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं है। न ही किसी प्रकार का कोई सरोकार रहा है। बलविन्द्र सिंह पुत्र करनैल सिंह, देवेन्द्र कुमार पुत्र करनैल सिंह, राजेन्द्र सिंह पुत्र श्रवण सिंह जटसिख निवासी नौरंगदेसर, सुखवीर पुत्र मलकीत सिंह जटसिख निवासी 56 जीबी वगैरा की ओर से षड्यंत्रपूवर्क कृषि भूमि नामांतरण करवाने के बाद गुरदेव कौर को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। यह लोग गाड़ियों में सवार होकर उसके भाई के खेतों के चारों और चक्कर लगाते हैं। कई अन्य आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को नाजायज असला देकर अपने साथ रखते हैं व कहते हैं कि अगर उनका कोई भी व्यक्ति खेत में आया तो उसे जान से मार देंगे। बुजुर्ग महिला गुरदेव कौर के अनुसार उसने अपना खण्डा साहिब चौक के नजदीक स्थित मकान स्वयं की इच्छा से राकेश बिश्नोई को देखरेख के लिए सम्भलवा रखा है। राकेश बिश्नोई किसी तरह का कोई कब्जा उसके मकान पर नहीं कर रहा। अधिवक्ता राजेन्द्र सिंह ने भूर कौर, हरपाल कौर, देवेन्द्र सिंह, बलजिन्द्र सिंह, सुखवीर वगैरा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग पुलिस प्रशासन से की।

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