बीकानेर। तांत्रिक बी. शिवा ने खाजूवाला में तंत्र-मंत्र से एक करोड़ के 33 करोड़ रुपए करने का लालच दिया। उसके झांसे में आए लोग 50 लाख रुपए का ही इंतजाम कर पाए। तांत्रिक ने अपने साथियों सहित घर में मौजूद सभी सात लोगों को हलवे के प्रसाद में जहर दिया और इन 50 लाख रुपयों सहित घर में रखे 13 लाख रुपए और जेवरात लेकर फरार हो गया।
कर्नाटक में बेंगलुरु निवासी तांत्रिक एम. शिवा और उसके गिरोह में शामिल शैतानसिंह, विक्रमसिंह मनोज वर्मा और रामस्वरूप प्लानिंग के साथ इनोवा गाड़ी में 11 जून को खाजूवाला पहुंचे थे। वहां शैतानसिंह ने गफ्फार खां को तंत्र-मंत्र से रुपए दोगुना करने का झांसा दिया। 50 हजार के एक लाख और फिर एक लाख के दो लाख रुपए देकर विश्वास जीता। उसके बाद तांत्रिक ने तंत्र क्रिया से एक करोड़ रुपए के 33 करोड़ रुपए करने का लालच दिया। उसकी बातों में आए गफ्फार खां और मेडिकल स्टोर संचालक राजेन्द्र पूनिया 50 लाख रुपए का ही इंतजाम कर सके। गफ्फार के घर में 12 जून की रात को तांत्रिक क्रिया का ढोंग रचा गया। 50 लाख रुपए एक कमरे में रखकर ताला लगा उसकी चाबी गफ्फार को दे दी गई।
उसके बाद तांत्रिक बी. शिवा ने हलवे के प्रसाद में जहर मिलाकर घर में मौजूद लोगों को खिलाया और उनके बेसुध होने पर कमरे से 50 लाख रुपए के अलावा घर की तिजोरी संदूक में रखे 13 लाख रुपए और जेवरात भी निकाल लिए और फरार हो गया। जहरीला हलवा खाने से अजमेर निवासी शैतानसिंह, विक्रमसिंह, और गफ्फार की मौत हो चुकी है। रामस्वरूप और मनोज को पुलिस ने डिटेन कर रखा है जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस तांत्रिक एम. शिवा की तलाश में हाथ-पैर मार रही है। सलमान की रिपोर्ट पर खाजूवाला पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने खाजूवाला में तंत्र-मंत्र से रुपए दोगुना करने का झांसा देने और इस दौरान तीन लोगों की मौत के मामले का खाका तैयार कर लिया, लेकिन जांच तांत्रिक बी. शिवा पर अटक गई है। तांत्रिक फरार है और उसकी गिरफ्तारी के बाद ही पूरी प्लानिंग का खुलासा होगा।
गरीबी के चलते तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंसे शैतान और विक्रम
तंत्र-मंत्र के चक्कर में जान गंवाने वाले बड़लिया गांव निवासी शैतान सिंह और विक्रम सिंह के घरों की हालत बेहद खस्ता है। गरीबी के कारण ही दोनों तंत्रमंत्र के चक्कर में फंसे। शैतान सिंह की पांच बेटियां हैं। घर का खर्च चलाने वाला वह अकेला व्यक्ति था। विक्रम की पत्नी 9 माह की गर्भवती है। बीकानेर से दोनों के शव ले जाने वाले गांव के सरपंच शक्ति सिंह रावत ने बताया कि दोनों के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। जबकि खाजूवाला निवासी गफ्फार के शव पर चोट के निशान नहीं थे। संभव है कि विक्रम और शैतान की मौत हलवा खाने से नहीं हुई, बल्कि बाद में उन्हें मार कर फेंक दिया गया।
जहर देने से हुई थी 3 लोगों की मौत:तंत्र-मंत्र से एक करोड़ के 33 करोड़ रुपए करने का दिया लालच, 50 लाख का इंतजाम किया जो तांत्रिक ले भागा

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