आयुर्वेदिक औषधालय का भवन जर्जर अवस्था

आयुर्वेदिक औषधालय का भवन जर्जर अवस्था
  • हादसे का अंदेशा, भवन का पुनर्निर्माण करवाने की मांग
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    गांव जोरावरपुरा में वर्षांे पुराने राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय का भवन अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। इससे ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा। इस समस्या को लेकर गुरुवार को भारत की जनवादी नौजवान सभा के कार्यकर्ताओं ने तहसील अध्यक्ष एडवोकेट विनोद वर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलक्टर उम्मेदीलाल मीणा को ज्ञापन सौंपा और नए भवन निर्माण की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि जोरावरपुरा गांव में करीब 45 वर्ष पूर्व आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना की गई थी, लेकिन इतने वर्षांे में न तो उसकी कोई मरम्मत करवाई गई और न ही सुविधाओं में वृद्धि की गई। वर्तमान में भवन की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि वहां किसी भी डॉक्टर या वैद्य के लिए बैठना संभव नहीं है। मजबूरीवश चिकित्सकीय सेवाएं किसी अन्य निजी भवन से संचालित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि गांव जोरावरपुरा की जनसंख्या 5000 से अधिक है और प्रतिदिन दर्जनों ग्रामीण इलाज के लिए औषधालय पहुंचते हैं, लेकिन भवन की अनुपलब्धता के कारण उन्हें समुचित उपचार नहीं मिल पा रहा। यह ग्रामीणों के स्वास्थ्य अधिकारों का उल्लंघन है और सरकार को जल्द से जल्द इस पर ध्यान देना चाहिए। ज्ञापन के जरिए मांग की गई कि आयुर्वेदिक औषधालय जोरावरपुरा के लिए नवीन भवन निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया जाए, ताकि गांववासियों को मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर बृजप्रकाश स्वामी, बीएस पेंटर, विनोद वर्मा, योगेंद्र, योगेश, कौशल्या देवी, एडवोकेट लालचंद वर्मा सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.