बीकानेर में पाकिस्तान ने भेजे थे सर्विलांस ड्रोन

बीकानेर में पाकिस्तान ने भेजे थे सर्विलांस ड्रोन
  • बीएसएफ के डीआईजी ने कहा- आर्मी और एयरफोर्स का मूवमेंट जानना चाहता था, भारत ने विफल किया
    बीकानेर।
    बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के डीआईजी (बीकानेर सेक्टर) अजय लूथरा ने कहा- आॅपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बॉर्डर के इलाकों को निशाना बनाने की फिराक में था। ड्रोन के जरिए पाकिस्तान आर्मी और एयरफोर्स के मूवमेंट की जानकारी लेना चाह रहा था। अधिकांश ड्रोन चीन और टर्की के बने हुए थे। इन सर्विलांस ड्रोन के बारे में इरऋ ने समय रहते आर्मी और एयरफोर्स को रिपोर्ट किया, जिसके दम पर इन्हें विफल कर दिया गया।
    शनिवार को बीएसएफ के डीआईजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बॉर्डर इलाकों में ड्रोन हमलों से जुड़ी तमाम जानकारियां दीं। उन्होंने कहा- बीएसएफ ने न सिर्फ सीमा की रक्षा की बल्कि एयरफोर्स और आर्मी को लगातार इनपुट दिए, जिसके दम पर पाकिस्तान की सभी नापाक कोशिशों को नाकाम किया गया। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान बीकानेर सेक्टर ने पूरी मुस्तैदी के साथ अपने काम को अंजाम दिया था।
    सर्विलांस करने आए थे पाकिस्तानी ड्रोन
    लूथरा ने बताया- जैसलमेर और बीकानेर में पाकिस्तानी ड्रोन बड़ी संख्या में पाकिस्तान ने भेजे थे। जो पाकिस्तानी ड्रोन बीकानेर की तरफ आए थे, वो सर्विलांस करने आए थे। उनका मकसद सैन्य गतिविधियों की जानकारी करना था।
    7 से 11 मई के बीच पाकिस्तान के हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार थे। हम दुश्मन की एक-एक हरकत पर नजर रखे हुए थे। वो कुछ भी करता तो हम उसका माकूल जवाब देने में सक्षम हैं।
    मॉकड्रिल में बीएसएफ भी एक्टिव
    आॅपरेशन शील्ड के तहत आज (शनिवार) हो रही मॉकड्रिल में बीएसएफ भी एक्टिव है। बीकानेर दौरे पर प्रधानमंत्री ने साफ कहा था कि अगर वो एक गोली मारेंगे तो हम पूरा गोला मारेंगे। इसी संदर्भ में हम आॅपरेशन शील्ड के तहत मॉकड्रिल कर रहे हैं। अजय लूथरा ने कहा- हम अपने बटालियन के सेक्टर एरिया में संवेदनशील जगहों पर मॉकड्रिल कर रहे हैं। हमारे कैंपस में ही कोई गड़बड़ी होती है तो इससे कैसे निपटा जाएगा? इस पर भी काम करेंगे। बॉर्डर एरिया में अगर कोई नुकसान दुश्मन करता है तो वहां से लोगों को कैसे निकाला जा सकता है, इसकी भी मॉकड्रिल की जाएगी।
    बॉर्डर सड़कों का निर्माण फिर से होगा
    डीआईजी लूथरा ने बताया कि भारत-पाक सीमा से सटे गांवों में सड़कों को दुरुस्त किया जा रहा है। सेंट्रल पीडब्ल्यूडी ने टेंडर कर दिया है, लेकिन परिस्थितियां बदलने के कारण ये काम रुक गया था। अब जल्दी ही सड़कों को सही करने का काम शुरू करवाया जाएगा।
    1971 के युद्ध में भी इरऋ की निर्णायक भूमिका रही थी
    1971 के युद्ध में भारतीय सेना के साथ मिलकर पाकिस्तान को पराजित करने में बीएसएफ की निर्णायक भूमिका रही थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बीएसएफ को ‘प्रथम रक्षा पंक्ति’ की उपाधि दी थी। आॅपरेशन सिंदूर में बीएसएफ ने फिर से उसी सम्मान और गरिमा को प्राप्त किया। योजनाबद्ध युद्धाभ्यास और क्रियान्वयन से यह सिद्ध किया कि बीएसएफ राष्ट्र की प्रथम रक्षा पंक्ति है। डीआईजी लूथरा ने कहा- हम हर चुनौती को दुश्मन की आंखों में झांकते हुए स्वीकार करते हैं और सीमाओं पर चौकस रहते हैं।

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