घटिया खजूर के पौधे उपलब्ध करवाने का आरोप

घटिया खजूर के पौधे उपलब्ध करवाने का आरोप
  • किसानों में आक्रोश, उपनिदेशक को सौंपा ज्ञापन
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    जिले में खजूर की बागवानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कृषि उद्यान विभाग की ओर से लगाए गए पौधों की गुणवत्ता को लेकर किसानों में रोष है। किसानों ने विभाग पर घटिया व अनुपयोगी खजूर के पौधे उपलब्ध कराने का आरोप लगाते हुए सोमवार को उद्यान विभाग के उपनिदेशक को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए मुआवजा व दोषी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। किसान सुनील पूनिया के अनुसार कृषि विभाग की ओर से कुछ वर्ष पूर्व अभियान चलाकर किसानों के खेतों में खजूर की बागवानी करवाई गई थी। किसी किसान ने दो साल पूर्व तो किसी ने तीन साल पूर्व यह पौधे लगाए थे। लेकिन आज तक इन पौधों से कोई लाभ नहीं मिला, क्योंकि अधिकतर पौधे खराब निकले हैं। सबसे गंभीर बात यह है कि विभाग की ओर से करवाई गई डीएनए जांच रिपोर्ट में सामने आया कि अधिकांश पौधे नर किस्म के हैं, जिससे उत्पादन की कोई संभावना नहीं है। पूनिया ने कहा कि विभाग की ओर से इन पौधों के बिल तक किसानों को उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं। इससे पारदर्शिता पर भी सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों ने जब विभाग के उच्चाधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें बार-बार संबंधित कंपनी से नए पौधे उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। किसान नेता रेशम सिंह मानुका और रायसाहब मल्लड़खेड़ा ने बताया कि जिन किसानों ने खजूर की बागवानी की, उन्होंने पूरे खेत को खाली छोड़ा और अन्य किसी फसल की बुवाई नहीं की। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि विभाग की लापरवाही के चलते किसानों पर दोहरी मार पड़ी है। एक तो उत्पादन नहीं हुआ और दूसरा वैकल्पिक फसल का भी कोई लाभ नहीं मिला। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों को जल्द मुआवजा नहीं मिला और दोषी कंपनी पर कार्रवाई नहीं की गई तो 25 मई को जिलेभर के किसान संगठनों की ओर से धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि जब तक इस विषय पर जांच पूरी नहीं होती, संबंधित कंपनी का विभागीय भुगतान रोका जाए। इस मौके पर दलीप, रोहिताश, राजेश मालिया, भीमसैन, राजेन्द्र सिंगाठिया, हंसराज सहित कई अन्य किसान मौजूद थे।

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