उदयपुर
संभाग के सभी जिलों में गायों में लंपी वायरस अपना कहर बरपा रहा है। उदयपुर संभाग के छह जिलों में 200 से 250 गायों की मौत हो चुकी है। हजारों की तादाद में अब भी लंपी से संक्रमित गायें जिंदगी मौत के बीच संघर्ष कर रही है। संक्रमण को नियंत्रण करने के लिए प्रशासन ने आइसालेटेड गोशालाएं बनाना शुरू किया है और उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है।
उदयपुर कलेक्टर ताराचंद मीणा बलीचा बुधवार सुबह कृषि मंडी के समीप तैयार आइसोलेशन गोशाला में रखी गायों को देखने के लिए गए। गायों के उपचार से संबंधित जानकारी भी ली। उन्होंने पीड़ित गायों को अपने हाथों से आयुर्वेदिक लड्डू भी खिलाया। उनके साथ रिटायर्ड पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. ललित जोशी भी थे। उदयपुर जिले में 2000 से अधिक पशु लंपी से संक्रमित है, जिनका इलाज जारी है।
प्रतापगढ़ जिले में 591 लंपी संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। यहां लंपी से संक्रमित पशुओं की संख्या ढाई हजार से अधिक हो गई है। एक दिन पहले ही लंपी से संक्रमित 4 पशुओं की मौत हुई है। बांसवाड़ा जिले में रैयान इलाका लंपी का हॉटस्पॉट बन गया है। यहां 64 दिनों में 38 गायों की मौत हो चुकी है। यही स्थिति राजसमंद, चित्तौड़गढ़ व डूंगरपुर की भी है।