श्रीगंगानगर। देश के 17 राज्यों में मानसून आ चुका है। राजस्थान में कल से प्री मानसून की बरसात भी शुरू होने वाली है। मौसम विभाग लगातार यह कह रहा है कि इस बार देश में मानसून आठ दिन पहले हर आ गया है। मानसून की बारिश से निपटने के लिये जिला प्रशासन को एक माह पहले ही सचेत हो जाना चाहिये था। लेकिन प्रशासन को इससे कोई लेना-देना नहीं है। हैरानी की बात यह है कि मानसून की जब बरसात होगी तो उस समय प्रशासन और नगर परिषद एक ही बात कहेंगे कि बरसात ज्यादा हो गई। इसलिये पानी की निकासी समय पर नहीं हो पा रही है। हाल ही में शहर की कई गलियों में सड़के बनाई जा रही है। लोग पिछले एक साल से टूट चुकी सड़कों से दुखी थे। इंदिरा कॉलोनी की मुख्य सड़क का एक साल बाद निर्माण हुआ है। अब जब इस सड़क पर पानी ठहरेगा तो यह टूट जायेगी। हैरानी तो इस बात की है कि प्रशासन ने इस सड़क का निरीक्षण ही नहीं किया। क्यों, जनता के खून पसीने की कमाई यू ही पानी में ना बहे, इसे रोकने की जिम्मेदारी किसकी है। इस सड़क का आधा हिस्सा हर बारिश में डूबता है। पानी की निकासी यहां नहीं होगी। तो फिर सवाल उठता है कि सड़क कोरताल की क्यों बनाई गई। ठेकेदार ने इस सड़क के निर्माण में भी लापरवाही बरती है। सड़क को समतल भी नहीं किया गया। जैसे थी उसी पर कोलतार डाल कर छोड़ दी। क्योंंकि ठेकेदार को भी पता है यहां कोई पूछने वाला नहीं है। अंधेरगर्दी है। कई जगह तो एलएडटी ने सड़कों को तोड़ा अधिक है, बनाया कम है। बनाते समय समतल करने वाली मशीन का उपयोग ही नहीं किया गया है। जिला प्रशासन एक बार निरीक्षण तो करें। या सबंधित के खिलाफ कार्रवाई करे। नहीं तो जनता क्या समझेगी। प्रभारी मंत्री भी बैठकों में निर्देश देते हैं प्रशासन उनकी पालना करवाने में असमर्थ साबित हो रहा है। इतने कम समय में नाले- नालियां कैसे साफ होंगे। जनता के पास कई सवाल है जिनके जबाव प्रशासन के पास नहंीं है।
जिला आपदा प्रबंधन की बैठक में यह निर्देश दे रहा प्रशासन
मानसून-2025 की पूर्व तैयारी हेतु जिला आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकरण एवं आपदा प्रबंधन समूह की बैठक बुधवार को जिला कलक्टर डॉ. मंजू की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इस दौरान जिला कलक्टर ने नगर परिषद, नगर विकास न्यास सहित जिले के समस्त नगर निकाय और पंचायत समिति के विकास अधिकारियों को मानसून से पहले बरसाती जल की निकासी तथा आपदा प्रबंधन से जुड़ी समस्त तैयारियां पूर्ण रखने के निर्देश दिए।
नाले-नालियों की सफाई समुचित रूप से करवाएं
जिला कलक्टर ने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा मानसून से पहले आवश्यक तैयारियां समय रहते पूर्ण कर ली जाएं। नगर परिषद, नगर विकास न्यास, समस्त नगर निकाय, पंचायत समिति अधिकारी अपने अधीनस्थ क्षेत्रों में नाले-नालियों की सफाई समुचित रूप से करवाएं ताकि बरसाती जल निकासी की समस्या नहीं आए। बरसाती जल निकासी और आपदा प्रबंधन से संबंधित संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जल भराव वाले संभावित स्थानों का चयन कर ड्रेनेज सिस्टम की जांच करें। जनरेटर, मोटर, मड पंप सहित आवश्यक उपकरण संधारित व सुचारू किए जाएं।
जल भराव की समस्या नहीं आनी चाहिए
उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान कहीं भी जल भराव की समस्या नहीं आनी चाहिए। इसके लिए संबंधित विभागीय अधिकारी आवश्यक तैयारी कर लेवें। कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाए। आपदा प्रबंधन से जुड़े प्रावधानों में प्रभावित को सहायता उपलब्ध करवाने संबंधी कार्रवाई जल्द पूर्ण करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि आंधी, बारिश-तूफान के दौरान समस्या नहीं आए, ऐसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। आपदा प्रबंधन के लिए आमजन को भी बचाव हेतु जागरूक करने के साथ-साथ कंट्रोल रूम प्रभावी कर नियमित संचालित किए जाएं।
सड़क किनारे सूखे पेड़ों को हटाएं और नहर किनारे सुरक्षा संकेतक लगाए जाए
जिला कलक्टर ने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारी स्वयं फील्ड में रहकर मॉनिटरिंग करें। सडक किनारे सूखे पेड़ों को हटाएं और नहर किनारे सुरक्षा संकेतक लगाए जाएं। पेयजल डिग्गियों की सफाई, बिजली और स्वच्छ जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए। घग्गर क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने के लिए अनूपगढ़, सूरतगढ़, रायसिंहनगर एसडीएम को निर्देशित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से समन्वय बनाकर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर एडीएम प्रशासन सुभाष कुमार, एडीएम सतर्कता श्रीमती रीना, जिला परिषद सीईओ गिरधर, सूरतगढ एडीएम दीनानाथ बबल, प्रशिक्षु आईएएस अदिति यादव, एसीएम स्वाति गुप्ता, रणजीत कुमार, धीरज चावला, रविन्द्र यादव, विजय शर्मा, भीमसेन स्वामी, डॉ. दीपक मोंगा, गिरजेशकान्त शर्मा, श्रीमती शिवा चौधरी, श्रीमती कविता सिहाग, समस्त एसडीएम, ईओ, विकास अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य मौजूद रहे।
17 राज्यों में मानसून की दस्तक; राजस्थान में प्री मानसून बरसात शुरू है, जो काम एक माह पहले पूरा करना था,गंगानगर प्रशासन अब निर्देश दे रहा

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