सूर्यघर योजना के तहत बढ़ रहा सोलर रिवोल्यूशन, अब मिलेंगी मुफ्त बिजली!

सूर्यघर योजना के तहत बढ़ रहा सोलर रिवोल्यूशन, अब मिलेंगी मुफ्त बिजली!

सीमा सन्देश# श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिला अपनी कृषि भूमि और ऊर्जा संसाधनों के लिए जाना जाता है,परन्तु आजकल एक नई ऊर्जा से रोशन हो रहा है। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के तहत जिले में सौर ऊर्जा का चलन लगातार बढ़ रह रहा है। योजना के तहत अब तक सर्किल में 10,749 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, और इसके जरिए जिले के लोग अपने घरों और खेतों में सोलर पैनल लगा रहे हैं ताकि वे न केवल अपनी बिजली की खपत पर पैसे बचा सकें। जानकारी अनुसार प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना का उद्देश्य देश भर में हर परिवार को सोलर रूफटॉप सिस्टम के माध्यम से स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा प्रदान करना है। इस योजना के तहत, सरकार ने गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए 70 हजार रुपए सब्सिडी प्रदान मिल रही है। जिले में इस योजना से जुड़ने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों तक, हर वर्ग के लोग आगे आ रहे हैं। ताकि वे सौर ऊर्जा से बिजली की बढ़ती कीमतों से राहत पा सकें।
जिले में अब तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार:
विवरण संख्या
कुला 10,749
कुल सौर क्षमता 55,627.73 किलोवॉट
इंस्टॉल की गई यूनिट्स 2,992
इंस्टॉल की गई यूनिट्स क्षमता 11,895.40 किलोवा५>
यूनिट्स इंस्पेक्शन अपु्रवड 2,769
स्वीकृत क्षमता 11,106.98 किलोवॉट
स्वीकृत आवेदन और इंस्टॉलेशन की स्थिति
डिस्कॉम अधिकारियों से मिली जानकारी अनुसार अब तक प्राप्त हुए आवेदन में से अब तक 2,992 आवेदन स्वीकृत कर प्लांट इंस्टॉल कर दिए गए हैं जिनकी कुल क्षमता 11,895.40 किलोवॉट है। इसके अलावा 2,769 यूनिट्स इंस्पेक्शन अपु्रवड की गई है जिनकी क्षमता 11,106.98 किलोवॉट की है। जिन्हे आने वाले कुछ दिनों में योजना के तहत इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया के तहत इंस्टॉल किया जाएगा। इसके बाद बिजली उत्पादन शुरु होगा जाएगा।
716 किलोवॉट की 203 फाइलें पेंडिंग
निरीक्षण के बाद स्वीकृति फाइलों के अलावा 203 पत्रावली ऐसी है जिन्हे लंबित रखा गया है। इनकी क्षमात 716.21 किलोवॉट की है। इसमें कई फाइलें पेडिंग रखी है तो कई फाइलों को विभाग की ओर आपत्ति लगा कर लौटा दिया गया है या फिर आवेदक को कमी पूरी करने के लिए कहा गया है।
बढ़ रही है जागरूकता
जानकारी अनुसार लोगों की बदली जीवनशैली और तेज गर्मी के चलते आने वाले अधिक बिजली खर्च को देखते हुए लोगों में सोलर को लेकर जागरूकता आई है। इसके अलावा सरकार द्वारा इसके तहत दी जा रही छूट का भी लोगों को फायदा मिल रहा है। इसका असर यह है कि जो लोग पहले योजना के तहत आवेदन करने के बाद भी अपना वेंडर नहीं चुन रहे थे वह अपना वेंडर चुन आगे की प्रक्रिया पूरी कर रहे है। योजना को बढ़ावा देने के लिए बैंकों द्वारा भी लोन दिया जा रहा है। इस उन लोगों को बड़ी राहत मिली है जो एक साथ बड़ी रकम नहीं चुकाने में असक्षम होने के कारण योजना का चाह कर भी लाभ नहीं उठा पा रहे थे। विभागीय जानकारी अनुसार डिस्कॉम द्वारा भी योजना के तहत लगातार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। पिछले दिनों योजना में किए बदलाव से भी इसमें गति आई है।
प्रक्रिया को लेकर तेजी की जरूरत
हालांकि, जिले में 2992 यूनिट्स इंस्टॉल हो चुकी हैं और 2769 का निरीक्षण अनुमत किया गया। इसके बावजूद आवदेन निस्तारण और इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया काफी धीमी है। विभागीय आकंड़ों पर नजर डाले तो योजना के तहत आए 10749 आवेदन में से धरातल पर केवल 2992 का ही निस्तारण किया जा सका। अधिकारियों का कहना है कि नेट मीटरिंग की प्रक्रिया में थोड़ी धीमी गति देखी जा रही है, और इसकी वजह से लाभार्थियों को पूरी तरह से लाभ नहीं मिल पा रहा है।
17 सर्किल में टॉप है
पीएम सूर्य घर योजना के तहत सब्सीडी प्रदान की जा रही है। डिस्कॉम के 17 सर्किल में से श्रीगंगानगर में सबसे अधिक 2992 सोलर इंस्टॉल किए गए है। लगातार योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। प्रयास किया जा रहा है योजना के तहत आने वाली पत्रावालियों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए। श्रीगंगानगर के बाद जोधपुर में2828 और हनुमानढ़ में ही 2426 सोलर पैनल इंस्टॉल हुए है। इस हिसाब से डिस्कॉम में श्रीगंगानगर पहले स्थान पर है।
वी. आई. परिहार एसई जोधपुर डिस्कॉम

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