- उमसभरी गर्मी के तेवर हुए पस्त, धान उत्पादक किसानों के चेहरे खिले
हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। जिले में मानसून की धमाकेदार एंट्री हुई है। गुरुवार अल सुबह 2.30 बजे से शुरू हुआ झमाझम बारिश का दौर दोपहर तक रूक-रूक कर जारी रहा। मानसून की पहली अच्छी बारिश के बाद अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट से जहां उमसभरी गर्मी के तेवर ढीले हो गए वहीं शहर व गांव पानी से लबालब हो गए। शहर के सभी अण्डरपास जलमग्न होने से आवागमन बाधित हुआ। निचले इलाकों में बरसाती पानी भर गया। घरों में पानी घुसने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं बारिश का दौर शुरू होते ही जिला मुख्यालय समेत गांवों में कई जगहों पर बिजली गुल हो गई। कई गांवों में अल सुबह से सुबह तक बिजली गुल रही। सुबह बारिश से पहले आसमान काले बादलों से ढक गया और दिन में अंधेरा छा गया। इसके बाद मेघगर्जन व बिजली की गड़गड़ाहट के बीच तेज बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। सुबह 10.45 बजे से दोपहर 1 बजे तक झड़ी लगी रही। बारिश के बीच चली तेज ठंडी हवाओं से गर्मी से तो राहत मिली ही, गर्म हवा देने वाले पंखों की हवा ने भी ठंडक महसूस करवा दी। सड़कों पर बारिश का पानी भरने से वाहन चालक परेशान होते दिखे। कई वाहन सड़कों के बीच बने गड्ढों में धंस गए। मानसून की पहली बारिश ने नगर परिषद के दावों की भी पोल खोलकर रख दी। शहर में घंटों तक बरसाती पानी की निकासी नहीं हुई। नाले-नालियां ओवरफ्लो हो गए और गंदा पानी बरसाती पानी के साथ सड़कों पर बहने लगा। जंक्शन के हाउसिंग बोर्ड में भी पानी की निकासी न होने से हालात बिगड़ गए। बरसाती पानी घरों में रसोई तक पहुंच गया। नगर परिषद ने पंपसेट लगाकर पानी की निकासी शुरू करवाई। उधर, इस अच्छी बारिश के बाद धान रोपने का कार्य भी गति पकड़ चुका है। मानसून की धमाकेदार एंट्री से धान उत्पादक किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं। इस बारिश से नरमा-कपास की फसल में भी पानी की कमी की पूर्ति होगी और किसानों की जेब का बोझ कुछ हल्का होगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार मानसून में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
नगर परिषद अधिकारियों ने देखे हालात
भारी बारिश के बाद शहर में पैदा हुए हालातों का जायजा लेने के लिए नगर परिषद के अधिकारी मैदान में उतरे। उन्होंने जल भराव वाले स्थानों का निरीक्षण कर परिषद कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। नगर परिषद कार्मिकों व ठेकेदार की ओर से पंप लगाकर पानी की निकासी करवाई गई। नगर परिषद के प्रशासक व अतिरिक्त जिला कलक्टर उम्मेदीलाल मीणा ने बारिश के बाद जिला कलक्ट्रेट के सामने पानी निकासी के लिए लगाए गए पंप का निरीक्षण किया। इस दौरान आयुक्त सुरेन्द्र सिंह यादव सहित नगर परिषद के अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। नगर परिषद प्रशासक उम्मेदीलाल मीणा ने बताया कि बरसाती पानी की निकासी के लिए नालों की सफाई करवाई गई थी। 15 नए पंपसेट भी खरीद किए गए हैं। दो-तीन स्थाई पंपसेट भी लगातार पानी की निकासी के लिए लगाए गए हैं। अन्य ऐसी जगहें जहां पानी का भराव हुआ है वहां पंपसेट लगाकर पानी की निकासी करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बरसाती पानी की निकासी के लिए पूरा नगर परिषद अमला मुस्तैद होकर जुटा हुआ है।
कहीं गड्ढे तो कहीं सीवरेज चैम्बरों में फंसे वाहन
गुरुवार को हुई मूसलाधार बारिश के चलते सड़कों पर पानी भरने से वाहन चालकों को सीवरेज चैम्बरों व गड्ढों का पता नहीं चला। इसके चलते कई वाहन इनमें धंसकर फंस गए। कई जगह तो आधे से ज्यादा दुपहिया वाहन गड्ढों में धंस गए। कुछ ऐसा ही दृश्य टाउन में चुंगी नम्बर छह व पुलिस कॉलोनी, एचएच एरिया में देखने को मिला। गनिमत रही कि हादसा होने से टल गया। टाउन में भटनेर दुर्ग के पीछे वार्ड 47 में खाळे की सफाई नहीं होने के कारण भटनेर दुर्ग से आने वाला बरसाती पानी लोगो के घर में से होकर निकलने लगा। पानी की सुचारू निकासी नहीं होने से कई मकानों को नुकसान भी हुआ। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि नगर परिषद को कई बार अवगत करवाने के बावजूद भी खाळे की सफाई नहीं हुई।
मानसून की धमाकेदार एंट्री, घंटों झमाझम बरसे मेघ, घरों में घुसा पानी

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