दक्षिणी दिल्ली। मैदानगढ़ी पुलिस ने तालाब के पास जंगल में मिले अज्ञात शव की शिनाख्त करते हुए हत्यारोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। हत्या की वजह विवाहेत्तर संबंध रहा। पति को शक होने पर पहले पत्नी पर दबाव डालकर प्रेमी को जंगल में बुलवाया।
फिर लोहे के राड से उसके सिर पर वार करके उसकी हत्या कर दी। आरोपित ने मृतक का फोन भी तोड़कर फेंक दिया था। पर मृतक के भाई की ओर से दर्ज गुमशुदगी, दोस्त के बयान और उसकी कॉल डिटेल ने पुलिस को कातिलों तक पहुंचाया।
आरोपित पति-पत्नी की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने मृतक का टूटा हुआ मोबाइल फोन व चेकबुक, हत्या में प्रयुक्त लोहे का रॉड व आरोपितों के खून से सने कपड़े बरामद किए।
दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने मामले की खुलासा करते हुए बताया कि 22 मई को मैदानगढ़ी तालाब के पास मिला लाश बिहार के पटना जिला निवासी अरुण महतो की थी। वह पटना में ही एल्युमिनियम फ्रेम की दुकान चलाता था।
विगत 21 मई की रात अरुण महतो के भाई अनिल कुमार ने गुमशुदगी दर्ज कराई। उसके मुताबिक अरुण 16 मई को दिल्ली काम के सिलसिले में आया था और 18 मई की रात 11 बजे उससे अंतिम बार बात हुई थी। उसके बाद से अरुण का मोबाइल फोन बंद हो गया।
इसी बीच 22 मई को मैदान गढ़ी थाना क्षेत्र में एक तालाब के पास जंगल में सड़ी-गली अवस्था में एक अज्ञात शव मिला। शव की शिनाख्त 32 वर्षीय अरुण कुमार के रूप में हुई। मामला दर्ज कर जांच शुरू हुई। मृतक के भाई अनिल कुमार ने कहा कि उसका भाई दिल्ली में अपने रिश्तेदार नवीन के घर पर रह रहा था।
इसके बाद नवीन और अन्य रिश्तेदारों से पूछताछ व जांच में सामने आया कि अरुण महतो का नवीन के मामा सुशील कुमार की पत्नी के साथ अवैध संबंध था, जो मैदानगढ़ी इलाके में ही रहते हैं। छापेमारी कर दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने अपराध कबूल कर लिया।
देर रात पत्नी को करता था फोन, इसलिए की हत्या
आरोपित सुशील ने बताया कि 18 मई को उसने अपनी पत्नी के फोन पर कई मिस्ड काल देखीं। शक होने पर उसने जांच की तो पता चला कि मोबाइल नंबर अरुण कुमार का है और उसकी पत्नी का अरुण कुमार के साथ विवाहेत्तर संबंध था, जो देर रात उसकी पत्नी को फोन करता था।
इसलिए उसने अरुण कुमार की हत्या करने का फैसला किया और पत्नी पर उससे बात कर जंगल में बुलाने का दबाव बनाया। जब अरुण जंगल में उसकी पत्नी से मिलने आया तो उसने पीछे से लोहे की राड से उसके सिर पर वार कर दिया। जेब से उसका मोबाइल निकाला और तोड़कर चेक बुक के साथ पास में ही फेंक दिया था।
वैवाहिक कार्यक्रम में मिले थे दोनों
आरोपित सुशील कुमार निवासी कुबेर बिल्डिंग, मैदान गढ़ी मूलरूप से गांव भलही, जिला सीतामढ़ी, बिहार का रहने वाला है। वह पिछले 17 वर्षों से दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है। तीन साल पहले ही वह पत्नी को भी दिल्ली ले आया।
अरुण आरोपित सुशील का रिश्तेदार है। सुशील की पत्नी ने बताया कि अरुण से उसकी मुलाकात दो वर्ष पहले सीतामढ़ी में ही एक वैवाहिक कार्यक्रम में हुई थी। तब से दोनों संपर्क में थे।
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