- मानस अभियान में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रतिभागी सम्मानित
हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। जिला प्रशासन एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से अंतरराष्टÑीय नशा मुक्ति दिवस पर गुरुवार को जंक्शन स्थित अग्रसेन भवन में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओपी बिश्नोई, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू, भाजपा नेता अमित सहू, विकास गुप्ता, समाज कल्याण अधिकारी विक्रम सिंह शेखावत, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, बीसीएमओ डॉ. ज्योति धींगड़ा, मनोचिकित्सक डॉ. ओपी सोलंकी, सीडीईओ पन्नालाल कड़ेला मंचासीन रहे। कार्यक्रम में पिछले एक वर्ष से नशे के खिलाफ चल रहे मानस अभियान के दौरान हुई गतिविधियों की जानकारी उपस्थित जनों को दी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू ने कहा कि नशा जिले की सबसे बड़ी समस्या बन गया है। नशा एक सामाजिक कुरीति-अभिशाप है। युवा इससे दूर रहें। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से बचाने व समाज में जनजागृति के लिए चलाया जा रहा है। इस अभियान को धरातल तक पहुंचाकर ही हनुमानगढ़ को नशा मुक्त किया जा सकता है और किसी परिवार को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है। अमित सहू ने कहा कि युवा नशे को नां और जिंदगी को हां कहें। क्योंकि युवा इस देश की धरोहर हैं। हम लोग इस धरोहर को नहीं खोना चाहते। इसलिए वे नशे रूपी अभिशाप से दूर रहें। विकास गुप्ता ने युवाओं को संदेश दिया कि स्वयं जागरूक रहें, बुरी संगती और नशा करने वाले लोगों से दूर रहें, अपने समाज व आस-पड़ोस में भी चेतना देने का काम करें ताकि अन्य परिवार इस बुराई की चपेट में न आए और समाज का वातावरण दूषित न हो। नोडल अधिकारी डॉ. ओपी सोलंकी ने कहा कि नशा हनुमानगढ़ जिले की ज्वलंत समस्या के रूप में उभरकर सामने आई है। पूरे विश्व में भी इसी तरह की समस्या को देखते हुए आज का दिन अंतरराष्टÑीय नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे मानस अभियान को आज एक वर्ष पूर्ण हो चुका है। जिला कलक्टर के निर्देशानुसार आज जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में नशे को लेकर जितनी भी अवेयरनेस फैलेगी, उतना ही हम इससे बच पाएंगे।
यह हुई गतिविधियां
कार्यक्रम के दौरान साहिल कुमार की ओर से मानस जागरूकता गीत प्रस्तुत किया गया। नोडल अधिकारी डॉ. मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. ओपी सोलंकी की ओर से नशे के दुष्प्रभाव-लक्षण एवं उपचार विषय पर उद्बोधन दिया गया। पंडित गिरीराज शर्मा की ओर से नशा मुक्ति पर नाटक प्रस्तुत किया गया। इसके बाद नशा छोड़ चुके युवाओं की ओर से अपने अनुभव साझा किए गए। मानस अभियान में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रतिभागियों को अतिथियों की ओर से सम्मानित किया गया। अंत में नशा मुक्ति शपथ ग्रहण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। मंच संचालन भीष्म कौशिक ने किया।
‘नशे को नां, जिंदगी को हां कहें युवा’

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