चित्रकला, निबंध व नारा लेखन में दिखाया रचनात्मक कौशल

चित्रकला, निबंध व नारा लेखन में दिखाया रचनात्मक कौशल
  • वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    शिक्षा विभाग की ओर से जल संरक्षण को लेकर जनजागृति फैलाने के उद्देश्य से वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत रविवार को जंक्शन स्थित नेशनल पब्लिक स्कूल में जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने जल बचाने का संदेश देते हुए विभिन्न रचनात्मक प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पारीक रहे, जबकि एनपीएस शिक्षण समिति के निदेशक अजय गर्ग, कोषाध्यक्ष राधेश्याम लखोटिया और डीओ जितेंद्र बठला ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। अध्यक्षता सीडीईओ पन्नालाल कड़ेला ने की। समारोह की शुरुआत में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के दौरान चित्रकला, निबंध लेखन और नारा लेखन जैसी विधाओं में प्रतिभागियों ने जल संरक्षण की महत्ता को रेखांकित करते हुए सृजनात्मक विचार प्रस्तुत किए। जूनियर वर्ग में तिविका सिंह शेखावत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि सेजन सोनी द्वितीय और केश्वी तृतीय स्थान पर रहीं। सीनियर वर्ग में अंकित व्यास ने प्रथम स्थान, खुशी ने द्वितीय और देवेंद्र सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। शिक्षक वर्ग में निशा कश्यप प्रथम, रचना अग्रवाल द्वितीय और नेहा तृतीय स्थान पर रहीं। जूनियर वर्ग में दिव्याशी ने प्रथम, दिव्या ने द्वितीय और दृष्टि नारंग ने तृतीय स्थान हासिल किया। वहीं सीनियर वर्ग में मुस्कान प्रथम, सुनीता द्वितीय और वैष्णवी गौर तृतीय स्थान पर रहीं। जूनियर वर्ग में रोहित सैनी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, शगुन कुमार द्वितीय और राधा तृतीय स्थान पर रहीं। सीनियर वर्ग में रूपाली प्रथम, अन्नू द्वितीय और अश्विनी तृतीय स्थान पर रहीं। शिक्षक वर्ग में डिम्पल रानी ने प्रथम, दीक्षा अरोड़ा ने द्वितीय और मनी सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि देवेन्द्र पारीक ने कहा कि बच्चों और शिक्षकों की ओर से इस तरह के रचनात्मक कार्यक्रमों में हिस्सा लेना यह दर्शाता है कि समाज का बौद्धिक वर्ग इस गंभीर विषय के प्रति सजग है। पारीक ने कहा कि आज हमें जरूरत है कि हम घर-घर जाकर जल बचाने का संदेश दें, बच्चों से लेकर बुजुर्गांे तक सभी को जल के महत्व से अवगत कराएं। उन्होंने सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न जल संरक्षण योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि वंदे गंगा जल अभियान केवल एक औपचारिक पहल नहीं, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी का प्रतीक है। आज की युवा पीढ़ी न केवल जागरूक है, बल्कि समाज को दिशा देने में भी अग्रणी है। सीडीईओ पन्नालाल कड़ेला ने कहा कि जल जीवन का मूल है और इसके संरक्षण के प्रति समाज को जागरूक करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों की रचनात्मक प्रस्तुतियों की सराहना की और उन्हें जल संरक्षण का सतत संदेश समाज में फैलाने का आग्रह किया। कार्यक्रम के समापन पर विजेताओं को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन मनसुखजीत सिंह बंगा ने किया। निर्णायक की भूमिका प्रेमाराम, रामकुमार स्वामी, पारस सुथार, गायत्री देवी, अमीलाल, सुखदेव लाल अमित ने निभाई।

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