क्लासरूम निर्माण घोटाले में 5 गवाह बैठाकर मनीष सिसोदिया से पूछे गए ये सवाल, जानिए अउइ दफ्तर में आज क्या हुआ

क्लासरूम निर्माण घोटाले में 5 गवाह बैठाकर मनीष सिसोदिया से पूछे गए ये सवाल, जानिए अउइ दफ्तर में आज क्या हुआ

नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों के क्लासरूम निर्माण में घोटाले के आरोप में आज पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक शाखा) ने साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की.
एसीबी दफ्तर से मिली जानकारी के अनुसार मनीष सिसोदिया से एक स्वतंत्र ‘पंच’ गवाह की उपस्थिति में पूछताछ की गई और मामले से संबंधित विभिन्न तथ्यों और परिस्थितियों के बारे में उनके जवाब दर्ज किए गए.
सुबह 11 बजे अउइ आॅफिस पहुंचे सिसोदिया
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार के मामले की जांच कर रही एजेंसियों में से एक भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) द्वारा दोबारा भेजे गए समन पर पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया शुक्रवार सुबह 11 बजे एसीबी दफ्तर पहुंचे थे, और दोपहर ढाई बजे तक उनसे पूछताछ हुई. बीते 9 जून को पहले समन पर पूछताछ के जाने पर मनीष सिसोदिया ने जाने पर असमर्थता जताई थी. जिसके बाद एसीबी ने दूसरा समन भेज सिसोदिया को 20 जून को पूछताछ के लिए एसीबी दफ्तर बुलाया था.
पहले समन पर पेश नहीं हुए थे सिसोदिया
पहले समन पर मनीष सिसोदिया ने पहले से निर्धारित व्यस्त कार्यक्रमों के कारण का हवाला देते हुए पेश होने से साफ इनकार कर दिया था. जिसके एसीबी ने आज तलब किया था.
2000 करोड़ रुपये का क्लासरूम घोटाला!
एसीबी ने 30 अप्रैल को कथित 2000 करोड़ के क्लासरूम घोटाले के संबंध में एफआईआर दर्ज की थी और इस केस में करीब 12,748 क्लासरूम और इमारत के निर्माण में अनियमितता बरतने का आरोप है.
मनीष सिसोदिया से पूछताछ के बाद एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 2018 की धारा 13(1) के तहत दर्ज एफआईआर संख्या 31/2025 के संबंध में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के समक्ष पेश हुए थे. साथ ही भारतीय दंड संहिता की धारा 409 और 120बी के साथ पीएस एसीबी, जीएनसीटीडी में धारा 409 और 120बी के तहत एफआईआर संख्या 31/2025 के संबंध में पेश हुए. यह मामला दिल्ली सरकार के स्कूलों में अत्यधिक बढ़ी हुई लागत पर कक्षाओं और स्कूल भवनों के निर्माण से जुड़ी अनियमितताओं और बड़े पैमाने पर घोटाले से संबंधित है.
5 गवाहों की मौजूदगी में हुई पूछताछ
मनीष सिसोदिया से एक स्वतंत्र ‘पंच’ गवाह की उपस्थिति में पूछताछ की गई और मामले से संबंधित विभिन्न तथ्यों और परिस्थितियों के बारे में उनके जवाब दर्ज किए गए. आज की पूछताछ पूरी होने के बाद मनीष सिसोदिया दोपहर 2:30 बजे एसीबी कार्यालय से चले गए. अब आगे की जांच जारी रहेगी. इसी मामले में गत 6 जून को एसीबी ने तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछताछ की थी. उनसे करीब 5 घंटे तक पूछताछ हुई थी.
आरटीआई से हुआ था मामले का खुलासा
वर्ष 2018 में प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता और अब बीजेपी विधायक हरीश खुराना, कपिल मिश्रा ने आरटीआई से प्राप्त सूचना के आधार पर शिकायत दर्ज कराई थी कि 2,892 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 12,748 स्कूल कक्षाओं के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है. दिए गए टेंडर के अनुसार, एक स्कूल कमरे के निर्माण की एकमुश्त लागत लगभग 24.86 लाख रुपये प्रति कमरा है, जबकि दिल्ली में ऐसे कमरे आमतौर पर लगभग 5 लाख रुपये प्रति कमरे में बनाए जा सकते हैं. इसके अलावा, यह आरोप लगाया गया है कि परियोजना 34 ठेकेदारों को दी गई थी, जिनमें से अधिकांश कथित तौर पर आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं.
क्या है पूरा मामला, क्या हुई थी शिकायत, क्या वाकई अनियमितताएं बरती गई
सतर्कता निदेशालय को 25.07.2019 को दिल्ली सरकार के स्कूलों में अतिरिक्त कक्षा कक्षों के निर्माण में अनियमितताओं और लागत में वृद्धि के संबंध में एक शिकायत प्राप्त हुई थी.
बेहतरी के नाम पर बिना निविदा बुलाए निर्माण लागत 90 फीसद तक बढ़ गई.
दिल्ली सरकार ने बिना टेंडर के 500 करोड़ रुपये की लागत बढ़ाने की मंजूरी दी.
जीएफआर और सीपीडब्ल्यूडी वर्क्स मैनुअल का खुला उल्लंघन.
निर्माण की खराब गुणवत्ता और अधूरा कार्य.

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