यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले की एक रिसर्च के अनुसार, आप खुद को खुश रखना सीख सकते हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि जब आप अपने सकारात्मक अनुभवों से जुड़ी भावनाओं को मन में सक्रिय करते हैं, तो वर्तमान में भी वैसा ही महसूस करने लगते हैं। खुद को इस प्रक्रिया में ढालने के लिए आपको हील मेथड का इस्तेमाल करना होता है। आइए जानते हैं ये तरीका आखिर है क्या..
हील मेथड के पीछे की साइकोलॉजी
हिंदी में ‘हील’ का मतलब घाव भरना होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, जब आप पुराने सकारात्मक अनुभवों को याद करते हैं, तब आप उनसे जुड़ी भावनाओं का एहसास फिर से करते हैं। ये भावनाएं आपको दूसरे अच्छे अनुभवों की याद दिलाती हैं, जिससे आपकी खुशी और बढ़ जाती है। इस प्रक्रिया के जरिये आप वर्तमान में भी पहले की तरह खुश रह सकते हैं। साथ ही, जीवन से जुड़े पुराने घावों को भरने की कोशिश कर सकते हैं।