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सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस:चेतावनी के बाद भी नहीं मिला RTI का जवाब, अब CBI दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे SSR के दोस्त गणेश हिवारकर

सुशांत सिंह राजपूत की पहली पुण्यतिथि पर उनके दोस्त और कोरियोग्राफर गणेश हिवारकर दिल्ली स्थित CBI हेड क्वार्टर पर धरना दे रहे हैं। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में अब तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। दैनिक भास्कर से बातचीत में गणेश ने कहा, “दिन में हेडक्वार्टर के सामने धरना होगा और शाम को कैंडल मार्च निकाला जाएगा। CBI ने अब तक इस मसले में कोई जानकारी उजागर नहीं की है। साथ ही जो आरटीआई फाइल की गई थी, उसका भी कोई जवाब CBIने अब तक नहीं दिया है। ऐसे में, सिवाय आंदोलन के कोई और रास्‍ता नहीं बचता। CBIको अब इस मसले में अपनी चुप्‍पी तोड़नी ही होगी।” हिवारकर ने आंदोलन आगे भी जारी रखने के संकेत दिए हैं।

पिछले महीने दी थी चेतावनी
गणेश हिवारकर ने मामले का अपडेट जानने के लिए 15 मई को RTI लगाई थी, जिस पर CBI ने कोई जवाब नहीं दिया। 28 मई को उन्होंने CBI को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर सुशांत की पहली पुण्यतिथि तक उन्हें जवाब नहीं मिलता है तो वे एजेंसी के दफ्तर के सामने आंदोलन करेंगे।

‘सिद्धार्थ पिठानी पर एक्शन ले CBI’
पिछले महीने सुशांत के रूम मेट रहे सिद्धार्थ पिठानी की गिरफ्तारी के बाद दैनिक भास्कर से बातचीत में गणेश ने कहा था, “NCB (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) तो खुलेआम काम करती है। उन्‍होंने सिद्धार्थ पिठानी (सुशांत के दोस्त और रूम पार्टनर) को अरेस्‍ट किया है। लेकिन NCB सिर्फ ड्रग्‍स के एंगल के तहत ही उनका गुनाह जाहिर कर सकती है। अब जिम्‍मेदारी CBI की बनती है कि वह भी पिठानी पर कोई एक्‍शन ले। वह जवाब दे कि वह किस-किसको सस्‍पेक्‍ट मान रही है? आरोपियों के खिलाफ कब चार्जशीट फाइल करेगी? वह इसे मर्डर मान रही है या अबेटमेंट टू सुसाइड? वह अब तक किसी पर एक्‍शन क्‍यों नहीं ले सकी है, इसका कारण भी उजागर करे।”

14 जून 2020 को हुई सुशांत की मौत
14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने घर में मृत मिले थे। मुंबई पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया था। हालांकि, करीब डेढ़ महीने बाद उनके पिता केके सिंह ने पटना में रिया चक्रवर्ती के और उनके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। सिंह ने रिया पर सुशांत को खुदकुशी के लिए उकसाने और उनके बैंक खाते से 15 करोड़ रुपए की हेराफेरी का केस दर्ज कराया था, जो बाद में CBI को सौंप दिया गया। CBI का सहयोग कर रहा एम्स मामले में हत्या की आशंका से इनकार कर चुका है और रिपोर्ट एजेंसी को सौंप चुका है। हालांकि, अभी CBI की जांच जारी है।

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