शनिवार से खरीद शुरू न होने पर मंडी समिति कार्यालय में सरसों की ढेरियां लगाने की दी चेतावनी हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। जंक्शन की धानमंडी में दो दिन से सरसों की सरकारी खरीद बंद है। भराई-तुलाई के रेट को लेकर राजफैड का मजदूरों के साथ तालमेल नहीं होने के कारण सरसों की सरकारी खरीद का कार्य ठप है। इस समस्या का निराकरण कर किसान से उसकी सरसों की खरीद शुरू करने की मांग के संबंध में किसान प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमण्डल शुक्रवार को कृषि उपज मंडी समिति सचिव सीएल वर्मा से मिला। प्रतिनिधिमण्डल ने मजदूर नेताओं व सोसायटी के साथ बैठक कर रेट को लेकर तालमेल बैठाने व सरसों की सरकारी खरीद शुरू करवाने की मांग की। अन्यथा शनिवार को मंडी समिति कार्यालय में सरसों की ढेरियां लगाकर घेराव करने की चेतावनी दी। अखिल भारतीय किसान सभा के संयोजक सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि गेहूं की सरकारी खरीद तो शुरू हो गई है लेकिन सरसों की खरीद बंद हो गई है। आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने वाले किसान निर्धारित तारीख में अपनी सरसों की फसल मंडी में लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन राजफैड अधिकारियों की ओर से उनसे खरीद नहीं की जा रही। शर्मा ने बताया कि 15 दिन से किसान परेशान है। अब जब उसका नम्बर आया तो राजफैड के अधिकारी उन किसानों को फोन कर कह रहे हैं कि वे मंडी में एकबार अपनी सरसों न लेकर आएं। इसके पीछे का कारण लेबर की भराई-तुलाई का रेट है। जबकि मजदूर को लिफ्टिंग पर क्या भुगतान किया जाएगा, यह तय करना राजफैड के अधिकारियों का काम था न कि किसानों का। उन्होंने बताया कि कृषि उपज मंडी समिति सचिव से वार्ता हुई है। वार्ता में सचिव की ओर से आश्वस्त किया गया है कि आज ही मजदूरों और सोसायटी के बीच रेट तय कर दिए जाएंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ और शनिवार से सरसों की खरीद शुरू नहीं की गई तो किसानों को मजबूरन अपनी सरसों की ढेरी मंडी समिति कार्यालय में लगानी पड़ेगी। वार्ता में किसान प्रतिनिधि के रूप में रामेश्वर वर्मा, अवतार सिंह, ओम स्वामी, चन्द्रकला वर्मा, कृपाराम आदि शामिल हुए।