श्रीगंगानगर. कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद केंद्र की ओर से खेतड़ी से उन्नीस नवम्बर को रवाना हुई संदेश यात्रा 19 दिसम्बर को श्रीगंगानगर पहुंचेगी। यात्रा अब तक अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, बारां, झालावाड़, कोटा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमंद, सिरोही, पाली, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर होते हुए श्रीगंगानगर पहुंचेगी। यहां से यह हनुमानगढ़, चूरू, झुझुनूं , सीकर, जयपुर, टोंक, भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर होते हुए सात जनवरी को जोधपुर पहुंचेगी। यात्रा केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से अमृत महोत्सव के तहत निकाली जा रही है। श्रीगंगानगर में आयोजन की जिम्मेदारी भारत विकास परिषद को दी गई है । परिषद की तीनों शाखाएं प्रताप शाखा, मुख्य शाखा तथा महिला प्रगति शाखा के पदाधिकारी इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। भारत विकास परिषद के पदाधिकारियों ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में इसकी जानकारी दी।
मित्तल की देखरेख में होगा काम आयोजन समिति में मार्गदर्शक की जिम्मेदारी शिव शंकर मित्तल को दी गई है। सह संयोजक कमला शर्मा और सुनील शर्मा होंगे। संदेश यात्रा की शुरुआत और समापन कार्यक्रम की जिम्मेदारी भारत विकास परिषद की प्रताप शाखा के पास रहेगी। वही आवास और भोजन की जिम्मेवारी परिषद की मुख्य शाखा दी गई है। तिलक और स्वागत का दायित्व महिला प्रगति शाखा संभालेगी। युवा वाहिनी प्रभारी राधा शर्मा और राजीव खेतान रहेंगे। बैनर प्रभारी रविंद्र अग्रवाल और अनिल नैण तथा प्रतियोगिता प्रभारी ममता अरोड़ा, बृजमोहन सचदेवा, इंदु भूषण चावला और सुनैना अग्रवाल को बनाया गया है।
होंगी कई प्रतियोगिताएं
विवेकानंद संदेश यात्रा के प्रचार प्रसार के लिए विभिन्न स्कूलों में स्वामी विवेकानंद का चित्र बनाओ, रंग भरो, निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जा रहा है । विजेताओं को यात्रा के समापन समारोह में सम्मानित किया जाएगा। समापन कार्यक्रम विवेक संवाद नेहरू पार्क में होगा। इसके बाद टांटिया यूनिवर्सिटी में स्वामी विवेकानंद से संबंधित गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।
सुखाड़िया सर्किल से नेहरू पार्क तक निकलेगी यात्रा
संदेश यात्रा श्री गौशाला से शुरू होकर बीरबल चौक, रविंद्र पथ से गोल बाजार, गांधी चौक, सिटी कोतवाली , मटका चौक, भगत सिंह चौक, चौधरी बल्लूराम गोदारा गर्ल्स कॉलेज होते हुए नेहरू पार्क में संपन्न होगी। यात्रा के शुरू में पायलट वाहन रहेगा । इसके पीछे संदेश यात्रा का बैनर, घोड़े पर विवेकानंद की वेशभूषा में तिरंगा लिए युवक, बैंड आदि रहेंगे।