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संत, पीर, फकीर दुनिया में सच की राह दिखाने आते है, लेकिन खुदी और अहंकार आदमी को डुबो देता है

  • श्रीगंगानगर में उमड़ा श्रद्धालुओं का जन सैलाब, हर्षोल्लास के साथ मनाया डेरा सच्चा सौदा के रूहानी स्थापना माह
  • 29 गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार, 11 परिवारों को राशन और पक्षियों के चोगा पानी रखने के लिए बांटे 175 परिंडे
    श्रीगंगानगर(सीमा सन्देश)। डेरा सच्चा सौदा के स्थापना माह का शुभ भंडारा रविवार को श्रीगंगानगर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसमें प्रदेश भर से डेरा अनुयायियों ने हिस्सा लिया। आयोजन में संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां द्वारा भेजी गई 14वीं चिट्ठी साध-संगत को पढ़कर सुनाई गई। नामचर्चा के दौरान उन्होंने ने कहा कि संत, पीर, फकीर इस दुनिया में सच का राह दिखाने आते हैं। सच की बात बताते हैं। सबका भला करना उनकी जिंदगी का मकसद होता है। कभी भी किसी को किसी भी तरह दुखी देखकर अगर संत, पीर, फकीर के अंदर तड़प पैदा नहीं होती तो वो संत ही नहीं हो सकता। रूहानी संतए सूफी संत का मतलब ही ये है। सच्चा संत समाज में चल रही बुराइयां, कुरीतियां और बुराई को बढ़ावा देने वाली चीजों को रोकने का प्रयास करता है। संत का काम परमपिता परमात्मा की ड्यूटी निभाना होता है। वो इस धरा पर आकर धन-दौलत, जमीन-जायदाद, अपने लिए ऐसा कुछ अर्जित करने की नहीं सोचते। अगर वो कर्मयोगी होते हैं तो वो जो भी पैसा अर्जित करते हैं वो समाज की भलाई में लगा देते हैं। यही उनका मकसद होता है। कर्म करना धर्म है और धर्म पर अमल करना ज्ञान है। सिर्फ सुनना ज्ञान नहीं है, सुनकर अमल करना असली बात है। अगर कर्मों से बुरे हो तो भोगना आज नहीं तो कल पड़ेगा। इसलिए सद कर्म करो और ज्ञान योगी बनो। जो पीर, फकीर सेवादार हैं तो उसकी औलाद को मालिक बनने के लिए नहीं सोचना चाहिए। नफ्ज शैतान मन जो आपके अंदर रहता है। नकारात्मक विचार जो माइंड को देता है। वो मन है, नफ्ज, शैतान है। जो सकारात्मक सोच देती है वो आत्मा है, उसकी सुनो। अहंकार ना करो।
    जरूरतंमदों को राशन व गर्भवती को पोष्टिक आहार भेंट
    नामचर्चा के दौरान साध-संगत ने 156 मानवता भलाई कार्यों के तहत जननी सत्कार मुहिम के तहत 29 गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार, फूड बैंक मुहिम के तहत 11 जरूरतमंद परिवारों को एक-एक महीने का राशन व पक्षियोंद्वार मुहिम के तहत 175 मिट्टी के सकोरे (परिंडे) बांटे गए। पंडाल में लगाई गई दर्जनभर बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीनों पर रिकॉर्डिड रूहानी वचनों को चलाया गया। आयोजन में साध-संगत के लिए लंगर-भोजन व प्रसाद की विशेष प्रबंध किया गया था। ट्रेफिक व्यवस्था संभालने के लिए भी डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने जिम्मेवारियां संभाली हुई थी। इसके अलावा विधायक राजकुमार गौड़, स. गुरदीप सिंह, धर्मेंद्र मोची, पूर्व मंत्री रामप्रताप कासनीया, सुरेन्द्र पाल टीटी, अशोक चांडक, श्रीमती करुणा चांडक सभापति, हरभगवान सिंह बराड़, सुरेंद्र पाल सिंह भांभू, गुरवीर सिंह बराड़ सहित अनेक पार्षद, चिकित्सक ,पूर्व पार्षद ,शहर के गणमान्य व्यापारी पूर्व पार्षद उपस्थित रहे।