लोनी, गाजियाबाद के उस वायरल वीडियो का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, जिसमें बुजुर्ग की बेरहमी से पिटाई की गई और उनकी दाढ़ी काटी गई। अब इस मामले में एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, पत्रकार आरफा खानम और ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज हुई है। एडवोकेट अमित आचार्य ने यह शिकायत नई दिल्ली के तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज करी है। हालांकि, अभी तक FIR दर्ज नहीं की गई है। लेकिन पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
विधायक ने की रासुका की मांग
पुलिस कंप्लेंट के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है। लेकिन दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि कर दी है। इस बीच नोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने राहुल गांधी, असद्दीन ओवैसी और स्वरा भास्कर के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की मांग की है। इसे लेकर उन्होंने लोनी बॉर्डर पुलिस स्टेशन में तहरीर दी है।
विधायक का आरोप है कि 5 जून को घटी उस घटना में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी, AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने अपने वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से पोस्ट की, जो की बताता है कि वे इसे हिंदू मुस्लिम रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। गुर्जर ने इसे किसी सोची समझी इंटरनेशनल साजिश का हिस्सा बताया है, जिसका मकसद लोनी में माहौल बिगाड़ना था।
स्वरा ने उठाए थे FIR पर सवाल
स्वरा ने ट्विटर पर लिखा था, ‘गाजियाबाद लिंचिंग पीड़ित का फैमिली बिजनेस कारपेंट्री (बढ़ई) है। वह ताबीज बनाने के बारे में कुछ नहीं जानता। गिरफ्तार किए गए सह-आरोपी का भाई भी पुलिस के बयान को चुनौती दे रहा है। इन दावों की जांच होनी चाहिए। परिवार द्वारा 6 जून को की गई लिखित शिकायत की वास्तविक कॉपी में इसकी पुष्टि की गई है। हालांकि, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। मुहर पर लिखी तारीख से पता चलता है कि FIR से पहले सैफी पर उनके हमलावरों द्वारा ‘जय श्री राम’ कहने का आरोप पुलिस के संज्ञान में लाया गया था।’
पहले इन पर हो चुकी FIR
इससे पहले इस मामले में कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट, ट्विटर कम्युनिकेशन इंडिया, पत्रकार मोहम्मद जुबैर, राणा अयूब, कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद, सलमान निजामी, मशकूर उस्मानी और राइटर सबा नकबी के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है और पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
क्या है बुजुर्ग की पिटाई का मामला?
गाजियाबाद पुलिस ने लोनी इलाके में अब्दुल समद नाम के एक बुजुर्ग के साथ मारपीट और अभद्रता किए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद ट्विटर समेत 9 पर FIR दर्ज की थी। इन सभी पर घटना को गलत तरीके से सांप्रदायिक रंग देने की वजह से यह एक्शन लिया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि एक बुजुर्ग मुस्लिम को पीटा गया और उसकी दाढ़ी काट दी गई।
पुलिस के मुताबिक, मामले की सच्चाई कुछ और ही है। पीड़ित बुजुर्ग ने आरोपी को कुछ ताबीज दिए थे, जिनके परिणाम न मिलने पर नाराज आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया। लेकिन, ट्विटर ने इस वीडियो को मैन्युप्युलेटेड मीडिया का टैग नहीं दिया। पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़ित ने अपनी FIR में जय श्री राम के नारे लगवाने और दाढ़ी काटने की बात दर्ज नहीं कराई है।