‘राहुल गांधी की लोकप्रियता से खफा-बेचैन हुए प्रधानमंत्री’
by seemasandesh
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के खिलाफ कांग्रेस ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्टÑीय अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस काफी आक्रामक दिख रही है। कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने के लिए संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर रही है। इसी कड़ी में सोमवार को टाउन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पंचायत समिति के पूर्व प्रधान दयाराम जाखड़ ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के नौ साल पूरे हो गए हैं। नौ साल में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि जनता का भाजपा से मोहभंग हो गया है। महंगाई चरम सीमा पर है। डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। गैस सिलेंडर के दाम तीन गुना बढ़ गए हैं। वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा को जनता का भारी समर्थन मिला। उससे घबराकर केन्द्र सरकार ने सूरत कोर्ट में 2019 से चल रहे झूठे केस में जल्दबाजी में मात्र सात दिन में फैसला करवा दिया। फैसले के आधार पर राहुल गांधी को दो साल की सजा से दंडित कर दिया। सजा सुनाए जाने के बाद 30 दिन के समय का इन्तजार किए बगैर केवल मात्र 12 घंटे में राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी। ऐसा करना प्रजातंत्र के साथ बहुत बड़ा मजाक है। भाजपा प्रजातंत्र को खत्म करने पर तुली हुई है। जाखड़ ने कहा कि भारत की जनता प्रजातंत्र पर बड़ा विश्वास रखती है। लेकिन इस तरह की घटनाओं से प्रजातंत्र के ऊपर से विश्वास खत्म हो रहा है। भाजपा सरकार ने मनरेगा के बजट में 33 प्रतिशत कटौती कर दी। खाद्य सुरक्षा के तहत गरीबों को उपलब्ध होने वाला राशन बंद कर दिया। इन नौ सालों में पूरे देश में गांव-गरीब के लिए चल रहे कार्यक्रम बंद कर दिए गए। दूसरी तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री ने गरीबों का ध्यान रखते हुए उज्जवला योजना के उपभोक्ताओं को पांच सौ रुपए में सिलेंडर देने की घोषणा की है। गरीबों को मुफ्त में गेहूं देने की घोषणा प्रदेश सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार व भाजपा के खिलाफ जनता में भारी रोष है। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुरजोर विरोध किया है। विरोध की उसी कड़ी में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष जिनेन्द्र जैन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्टÑीय अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकप्रियता हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा के बाद पहले से बढ़ी। राहुल गांधी की ओर से बार-बार यह कहा जा रहा था कि उन्हें लोकसभा में अपनी बात नहीं रखनी दी जा रही। राहुल गांधी की ओर से लोकसभा में केन्द्र सरकार ये यह सवाल पूछा जा रहा था कि अडानी की कंपनियों में लगा पैसा कहां से आया। मोदी के अडानी के साथ क्या संबंध हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों की ओर से की जा रही लूट के खिलाफ राहुल गांधी की ओर से आवाज उठाई जा रही थी। इन सबके चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेचैन व खफा हो गए और राहुल गांधी के खिलाफ षड्यंत्रपूर्वक मानहानि का केस बनवाकर सजा दिलवा दी। जैन ने कहा कि अगर किसी एक व्यक्ति के खिलाफ बात होती है तो मानहानि होती है न कि बड़े समूह के खिलाफ कोई बात कहने पर वह मानहानि के अंतर्गत नहीं आती। फिर भी केन्द्र की भाजपा सरकार ने जबरन अन्यायपूर्ण कार्य किया। इसके खिलाफ पूरे भारतवर्ष में कांग्रेस पार्टी आंदोलन चला रही है। जैन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही त्याग और बलिदान की पार्टी रही है। पार्टी की तत्कालीन राष्टÑीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री बनने के समय स्वयं प्रधानमंत्री का पद लेने से मना कर दिया था। कांग्रेस पार्टी सदैव जनता के लिए लड़ाई लड़ती है। अब भी इसके खिलाफ सड़कों पर उतरकर लड़ाई लड़ी जाएगी। प्रेस वार्ता में कृषि उपज मंडी समिति टाउन अध्यक्ष अमरसिंह सिहाग, गुरमीत सिंह, पार्षद मनोज सैनी, बलराज सिंह आदि भी मौजूद थे।