भरतपुर।
राजस्थान के भरतपुर शहर के लोहागढ़ स्टेडियम में आयोजित राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल उस समय जंग का मैदान बन गया जब एक टीम के खिलाड़ियों ने गड़बड़ी का आरोप लगा दिया। खिलाड़ियों ने जमकर हंगामा खड़ा कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। बात यहां तक बढ़ गई कि ओलंपिक खेल का समापन करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह हंगामा को देखकर वहां से वापस निकल गए।
क्यों हुआ विवाद
दरअसल राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल का समापन शनिवार को लोहागढ़ स्टेडियम में होना था। कबड्डी का सेमीफाइनल गेम सेवर और कासौट गांव की टीमों के बीच हुआ था। कुछ कारणों की वजह से मैच रद्द कर दिया था लेकिन बाद में जब मैच कराया गया, तो कासौट गांव की टीम ने कम समय देने का आरोप लगाया। आज प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर जब फाइनल मैच होना था तो कासौट टीम ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामे के बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। पुलिस को भी बल प्रयोग करना पड़ा।
मंत्री पहुंचे थे समापन करने
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल का समापन करने के लिए कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह पहुंचे थे लेकिन इसी बीच खिलाड़ियों द्वारा की जा रही नारेबाजी और हंगामे को देख मंत्री वहां से वापस लौट गए। हालांकि खिलाड़ी मंत्री के पक्ष में जयकारे लगाकर इस गड़बड़ी की जांच की मांग कर रहे थे। फिलहाल इस मैच को शाम तक के लिए टाल दिया गया है। विरोध प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि यदि गड़बड़ी हुई है तो वह इसका सबूत पेश करें और कार्रवाई की जाएगी।