जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी बजट घोषणाओं और कामकाज के जरिए साल 2023 में फिर से रकार रिपीट होने के दावे किए हों लेकिन धरातल पर सरकार के कामकाज और योजनाओं को लेकर जनता में जनता में क्या रुझान है इसे लेकर अब सत्ता और संगठन ने पार्टी विधायकों और कार्यकतार्ओं के साथ वन टू वन संवाद का फैसला लिया है।
17 अप्रेल से 20 अप्रेल तक लगातार प्रदेश कांग्रेस में फीडबैक बैठकों का दौर चलेगा और सरकार के कामकाज के साथ-साथ योजनाओं की भी जमीनी फीडबैक लिया जाएगा। साथ ही फीडबैक बैठकों के जरिए विधायकों को पार्टी के नेता कार्यकतार्ओं से यह भी पूछा जाएगा कि सरकार के कामकाज को लेकर जनता क्या सोचती है? फीडबैक कार्यक्रमों बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों और निर्दलीय विधायकों को भी बुलाया गया है।
दरअसल 17 अप्रेल को अजमेर संभाग के अजमेर, टोंक, नागौर, भीलवाड़ा जिले से आने वाले कांग्रेस विधायकों से वन टू वन संवाद किया जाएगा। जयपुर के अस्पताल रोड स्थित पार्टी के वॉर रूम में सुबह से लेकर शाम तक वन टू वन संवाद होगा और इसी दिन जोधपुर संभाग के भी जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर जिले के कांग्रेस विधायकों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा वन टू वन फीडबैक लेंगे।
इधर 18 अप्रेल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा व प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा उदयपुर संभाग के उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद के विधायकों से फीडबैक लेंगे तो इसके अलावा कोटा संभाग के कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ और भरतपुर संभाग के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर जिले से आने वाले कांग्रेस विधायकों से भी वन टू वन संवाद करेंगे।
इसी तरह से 20 अप्रेल को पार्टी के वॉर रूम में ही बीकानेर संभाग के बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ के साथ-साथ जयपुर संभाग के जयपुर, अलवर, दौसा, सीकर और झुंझुनूं जिले से आने वाले कांग्रेसे विधायकों से वन टू वन संवाद किया जाएगा। साथ ही उनसे सरकार की योजनाओं और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी।
वहीं सरकार के कामकाज की जमीनी हकीकत जानने और सरकार की प्रमुख योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए 19 अप्रेल को बिड़ला सभागार में भी एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें एआईसीसी और पीसीसी सदस्य, प्रदेश कार्यकारिणी, सांसद, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, पूर्व नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मंत्री, विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी रहे नेता, जिलाध्यक्षों, अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी पंचायत और स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है. जिसमें 24 अप्रेल से लगने वाले महंगाई राहत शिविरों को लेकर भी उन्हें जानकारी दी जाएगी साथ ही उनसे सरकार के कामकाज की जमीनी हकीकत भी लेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा ने हाल ही में सातों संभाग के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भी जमीनी फीडबैक लिया था।
इधर सचिन पायलट मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है मिल बैठकर बात कर लेंगे। हम सब एकजुट हैं और एकजुटता के साथ ही चुनाव में जाएंगे। कांग्रेस ओबीसी विभाग कार्यकर्ता सम्मेलन में डोटासरा ने कहा कि कहा कि हमारी पार्टी में कोई झगड़ा नहीं है, ज्यादा झगड़े तो बीजेपी में हैं, बीजेपी ओबीसी का अपमान कर दिया जबकि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता ओबीसी का भला सोचते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बीजेपी का फोकस केवल चुनाव और सत्ता पर हैं। उन्हें गरीब, युवा, बेरोजगार, किसान किसी का ध्यान नहीं है। ईस्टर्न कैनल परियोजना पर बीजेपी कुछ नहीं बोल रही है। यह योजना 13 जिलों से जुड़ी हुई है।ईआरसीपी को राष्ट्रीय योजनाओं नहीं बना रहे हैं, इसका जवाब अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी को देना चाहिए।