मृतका के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से लगाई गुहार हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। आईएएस की तैयारी कर रही छात्रा की ओर से कथित रूप से आत्महत्या करने के प्रकरण के संबंध में टाउन पुलिस थाना में दर्ज मर्ग को हत्या में तब्दील कर जांच करने की मांग को लेकर मृतका के परिजनों ने गुरुवार को दलित संगठनों के बैनर तले पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। मृतका प्रियंका मेघवाल के पिता शिवकरण मेघवाल पुत्र बनवारी लाल निवासी भूनावाली ढाणी ने बताया कि 26 अगस्त को दोपहर करीब 2 बजे उसके पास कॉल आई कि आपकी बेटी की तबीयत खराब है, तुरन्त आकर चैक करवाओ। इस पर वह अपने लड़के व अन्य परिजनों के साथ तुरन्त हनुमानगढ़ टाउन की नई आबादी, गली नम्बर पांच स्थित करणी गर्ल्स पीजी हॉस्टल पहुंचे। वहां पहुंचने पर प्रियंका को मृत पाया। पुलिस भी वहां मौजूद थी। उन्हें बताया गया कि प्रियंका ने पंखे से लटकर फांसी ले ली है लेकिन उनके पहुंचने पर प्रियंका का शव फर्श पर पड़ा था और पंखे पर कटी हुई चुन्नी लटक रही थी। उसके बाद पुलिस बिना जांच-पड़ताल के उसकी बेटी के शव को राजकीय जिला चिकित्सालय ले गई। शिवकरण के अनुसार उन्होंने मना भी किया कि पहले जांच करो लेकिन पुलिस शव को अस्पताल की मोर्चरी में ले गई और पोस्टमार्टम करवा उन्हें शव सौंप दिया। उससे मर्ग की रिपोर्ट दर्ज करवा ली। शिवकरण के अनुसार शक होने पर पुलिस ने एक वीडियो और एक पर्ची उन्हें दिखाई। पर्ची में अज्ञात जनों की ओर से उसकी बेटी को मारने की घटना लिखी हुई एवं मारने वाले की ओर से माफ करने के लिए लिखा हुआ पाया गया। शिवकरण के अनुसार यह वीडियो और पर्ची संदिग्ध है। उन्हें प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वीडियो में जो लड़की चुन्नी काटती हुई दिखाई दे रही है, उसने प्रियंका का मोबाइल फोन अपने हाथ में लेकर लॉक खोलकर वापस बंद करना दिखाया जा रहा है। उस समय वहां पर कई लड़के व लड़कियां तथा वार्डन मौजूद है। शिवकरण ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी की हत्या की गई है। पर्ची संदिग्ध है तथा उसकी बेटी की हैंडराइटिंग भी नहीं है। उसे शक है कि पुलिस और करणी गर्ल्स पीजी के संचालक एवं प्रबंधक के लोगों की मिलीभगत कर इस हत्या को दबाया जा रहा है। उन्होंने मर्ग मामले को हत्या में तब्दील कर तुरन्त अन्य किसी निष्पक्ष अधिकारी से जांच करवाने, दोषियों को गिरफ्तार कर न्याय के साथ उचित मुआवजा, एक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग की। इस मौके पर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव भोलासिंह बाजीगर, आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष रेवन्तराम पंवार, अम्बेडकर नवयुवक संघ के अध्यक्ष नारायण नायक, मनीराम, मोहनलाल इंदलिया, श्योपत सीला, प्रेमराज नायक, हेमचंद मांड्या, सतीश खन्ना आदि मौजूद थे।