इजरायल की बेन-गुरियॉन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी अनोखी कार बनाई है, जिसे पानी में तैरने वाली मछलियां जमीन पर चला सकती हैं। दरअसल, इस कार के जरिए वैज्ञानिक ये साबित करना चाहते थे कि मछलियां विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी दिशा नहीं भूलतीं। वे किसी भी स्थिति में अपने टारगेट को पहचान लेती हैं। इस प्रयोग में गोल्ड फिश ने सड़क पर कार चलाई और सफलता के साथ अपने टारगेट तक पहुंचीं।
इससे पहले 2014 में नीदरलैंड्स के वैज्ञानिकों ने भी मछलियों के लिए कार बनाई थी। हालांकि, ये प्रोजेक्ट कंप्यूटर की संभावनाओं को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया था।
ऐसे डेवलप की गई मछलियों के लिए कार
वैज्ञानिकों ने एक खास तरह की रोबोटिक कार बनाई। इस कार पर एक पानी का टैंक फिट किया गया जिसमें गोल्ड फिश रखी गई। मछली के मुंह की दिशा समझने के लिए एक कंप्यूटर संचालित डिवाइस लगाया गया। इस डिवाइस के ठीक नीचे एक कैमरा भी लगाया गया, ताकि फिश का मूवमेंट ट्रैक किया जा सके। इस कैमरे के जरिये डिवाइस को मछली के मुंह की दिशा का पता लग जाता है। ये सारी जानकारी जब कंप्यूटर को मिलती है तो वो मछली के मुंह की दिशा के अनुसार कार को उसी दिशा में मोड़ देता है।