श्रीगंगानगर
शहर के लोगों को इस बार बिजली के बिलों ने झटका दिया है। कोरोना संकट के कारण शहर के प्रमुख इलाकों में दुकानें बंद थी, लेकिन जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने काफी बड़ी राशि के बिल इन दुकानदारों को थमा दिए हैं।
दुकानदारों का कहना है कि जब कोरोना काल में वे दुकान आए ही नहीं। दुकानें बंद थीं तो बिजली का उपयोग किसने कर लिया। कंपनी ने औसत बिल क्यों भेज दिया। इसका भुगतान वे क्यों करें।
SE से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन
विद्युत उपभोक्ता संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने जोधपुर विद्युत वितरण निगम के SE जेएस पन्नू को ज्ञापन सौंपा। इसमें बिजली के बिल माफ करने की मांग की। संगठन सदस्यों का कहना था कि इतनी बड़ी राशि कोरोना संकट के वर्तमान दौर में चुकाना व्यापारी के लिए परेशानी भरा होगा।
पन्नू ने इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया। अमित चलाना के नेतृत्व में मिले संगठन सदस्यों का कहना था कि इस समय में औसत के आधार पर दुकानदारों को पांच सौ सात यूनिट के बिल भेज देना उचित नहीं है।