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बार संघ अध्यक्ष पद के लिए तीन नामांकन दाखिल

  • कोषाध्यक्ष-पुस्तकालय अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन
    हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
    बार संघ हनुमानगढ़ की वर्ष 2023 की कार्यकारिणी के चुनाव के लिए गुरुवार को अभ्यर्थियों की ओर से नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए गए। बार संघ अध्यक्ष के लिए नरेन्द्रपाल सिंह माली, पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र सारस्वत व भगवानदास रोहिल्ला ने नामांकन दाखिल किया। उपाध्यक्ष पद के लिए राजन कुमार गाबा, तरसेम सिंह बराड़, रामस्वरूप नांदेवाल व राजीव गिला ने फार्म भरा। सचिव पद के लिए प्रदीप सिंह थांदल व लक्ष्मी नारायण जांगू ने मुख्य चुनाव अधिकारी के पास अपना नामांकन दाखिल करवाया। कोषाध्यक्ष पद के लिए कुलविन्द्र सिंह बराड़ व पुस्तकालय अध्यक्ष के लिए चन्द्र कैलाश स्वामी के रूप में एक-एक नामांकन पत्र दाखिल किया गया। इस पर इन दोनों पदों पर निर्विरोध निर्वाचन घोषित किया गया। नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने के लिए सुबह साढ़े दस बजे से दोपहर एक बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। इसके बाद दोपहर 2 बजे से अपराह्न 3 बजे तक अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्रों की जांच की गई। जांच में सही नामांकन सही पाए गए। शुक्रवार को सुबह साढ़े दस बजे से दोपहर एक बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके बाद मैदान में बचे अभ्यर्थियों की सूची प्रकाशित की जाएगी। 15 फरवरी को सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक मतदान होगा। दोपहर दो बजे से मतगणना शुरू होगी। मतगणना के बाद विजयी प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। बार संघ चुनाव के लिए इस बार 577 वोट बनाए गए हैं। बार संघ हनुमानगढ़ की वर्ष 2023 की कार्यकारिणी के चुनाव के लिए अधिवक्ता वतनदीप सिंह मान को मुख्य चुनाव अधिकारी बनाया गया है। वहीं दिनेशसिंह राव, सोमप्रकाश शर्मा, गगनदीप बेनीवाल, विमल कीर्ति बिश्नोई, अमित झोरड़ व नरेश बामणिया को सहायक चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है। अभ्यर्थियों की ओर से नामांकन दाखिल करने के दौरान गणेश कुमार, अनुज डोडा, रोहित सिंह, सोहनसिंह, रघवेन्द्र बिश्नोई, सुनील चलाना, मनेष तंवर, सन्दीप रघुवंशी, सुरेन्द्र ढाका सहित कई अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे। गौरतलब है कि बार संघ की कार्यकारिणी के लिए चुनाव हर साल दिसम्बर माह में होते आए हैं। लेकिन इस बार सर्वाेच्च न्यायालय के निर्देशों पर बार कौंसिल आॅफ इंडिया की ओर से सभी बार संघों के चुनावों पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन अब यह रोक हटने के कारण फरवरी माह में चुनाव करवाए जा रहे हैं।