सवाई माधोपुर
जिले में रविवार रात से बारिश का दौर जारी है। नदिया व नालें उफन रहे हैं। जिला मुख्यालय के समीप शेरपुर गांव में पानी के तेज बहाव में दो लोग बहने लगे। उन्हें बचाने का लोगों ने पूरा प्रयास किया, पर सफलता नहीं मिली। गनीमत रही कि आगे जाकर वह तैरकर बाहर निकल गए। ये दोनों शेरपुर से सवाई माधोपुर की तरफ आ रहे थे। पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा था, उसी तरफ से ये दोनों आगे बढ़ने लगे थे, तभी संतुलन बिगड़ा और बह गए थे। दूसरी ओर, कुशाल दर्रा में भी यात्रियों से भरी बस बहते पानी में फंस गई। सूचना मिलने पर अधिकारी व SDRF की टीम मौके पर पहुंची और यात्रियों को बाहर निकाला।

कुशाल दर्रा में फंसे यात्रियों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया।
1 घंटे तक पानी के बीच फंसे रहे 36 यात्री
बारिश से आए नालों में उफान के कारण जिला मुख्यालय के पास कुशाल दर्रा में मुख्य सड़क पर पानी भर गया। पानी का बहाव तेज होने के बाद भी ड्राइवर नहीं माना। उसने 36 यात्रियों से भरी बस को बीच पानी में उतार दिया। बीच में ही बस फंस गई। इस दौरान करीब 1 घंटे तक यात्री पानी के बीच फंसे रहे। सूचना मिलने पर सीओ सिटी नारायण तिवारी SDRF की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर सभी यात्रियों को बाहर निकाला। यह रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 30 मिनट तक चला। इस दौरान वहां लंबा जाम लग गया।
पटरियों के नीचे लगाए कट्टे
जिले में पहली बारिश खुशी के साथ आफत भी लेकर आई। सवाई माधोपुर के निकट स्थित रवांजना डूंगर क्षेत्र में बारिश के चलते दिल्ली-मुम्बई रेल मार्ग स्थित रवांजना स्टेशन पर पटरियों के नीचे पानी से कटाव होने लगा। रेलवे कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है। मिट्टी के कट्टे लगाकर पटरियों के बीच के कटाव को रोका गया।