– बाल कल्याण समिति सदस्य के सराहनीय प्रयास
हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)। लगभग तीन-चार वर्ष पूर्व अपने परिवार से नाराज होकर घर से निकला दस वर्षीय बालक बाल कल्याण समिति हनुमानगढ़ के अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल के प्रयासों से शनिवार को अपने परिवार तक सकुशल पहुंच गया। शनिवार को बाल कल्याण समिति कार्यालय में बालक को उसके पिता व दादी को सुपुर्द किया गया। वर्षांे बाद बेटे को सकुशल पाकर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल ने बताया कि करीब तीन-चार वर्ष पूर्व अपने परिवार से नाराज होकर घर से निकला बालक श्रीगंगानगर विवेक आश्रम के प्रतिनिधियों को मिला। पूछताछ के बाद विवेक आश्रम की सूचना पर बालक हनुमानगढ़ क्षेत्र का होने के कारण उसे बाल कल्याण समिति हनुमानगढ़ ने अपने संरक्षण में लिया। 10 से 11 वर्ष के मानसिक रूप से कमजोर बालक को विशेष संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए फोस्टर फैमिली में आवासित किया गया। समिति की ओर से बालक से बातचीत व दोस्ती बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा था। जैसे ही बालक के परिवार के बारे में मिली कुछ जानकारी से बालक को गाड़ी में साथ लेकर आईटीआई बस्ती व 2 केएनजे में नियमित पूछताछ की तो पता चला कि बच्चा आईटीआई बस्ती का है। बच्चे की मां नही है और पिता आॅटो चालक दिहाड़ी मजदूरी करने वाला है। परिजनों से समझाइश कर बालक को उनके सुपुर्द किया गया। बालक को संस्थागत आवासित के स्थान पर परिवार में उसके सर्वाेत्तम हित को देखते हुए उसके परिवार में आवासित किया गया। किशोर गृह में आवासित बालक को उसके पिता व दादी को सुपुर्द किया गया। अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल ने बताया कि बच्चा मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर व घर वालों से नाराजगी होने के कारण इसके परिवार का पता लगाना मुश्किल हुआ, परन्तु निरन्तर प्रयास से बाल कल्याण समिति को सफलता हाथ लगी। बालक को उसके परिजनों से मिलाने में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष के साथ सदस्य प्रेमचंद शर्मा, विजय सिंह चौहान, सुमन सैनी का भी योगदान रहा।