नई दिल्ली
तीसरी लहर आने की आशंका के बाद केंद्र और राज्यों की सरकारें इससे निपटने की तैयारियों में लगी हैं। इस बीच दिल्ली AIIMS में बच्चों की वैक्सीन पर चल रहे ट्रायल से एक अच्छी खबर सामने आई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रायल में शामिल 6 से 12 साल के बच्चों को कोवैक्सिन का दूसरा डोज दे दिया गया है। अगले सप्ताह 2 से 6 साल के बच्चों को दूसरा डोज देने की तैयारी है।
भारत बायोटेक जुलाई के आखिर तक ट्रायल की अंतरिम रिपोर्ट जारी कर सकती है। इससे बच्चों पर वैक्सीन के असर का मोटे तौर पर अंदाजा लग जाएगा।
जून में शुरू हुआ था बच्चों पर ट्रायल
सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने तीसरी लहर की चेतावनी के बाद 12 मई को बच्चों पर कोवैक्सिन के ट्रायल की सिफारिश की थी। इसे मानते हुए DCGI (ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) ने ट्रायल की मंजूरी दी थी। भारत बायोटेक ने बच्चों पर कोवैक्सिन का ट्रायल जून में शुरू किया था।
जायडस कैडिला की वैक्सीन का ट्रायल लगभग पूरा
बच्चों के लिए बनाई जा रही जायडस कैडिला की वैक्सीन का ट्रायल भी लगभग पूरा हो चुका है। कोविड वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया था कि जुलाई के आखिर तक या अगस्त की शुरुआत में 12 से 18 साल उम्र के बच्चों को टीका लगना शुरू हो सकता है।
बच्चों को टीके पर दिल्ली हाईकोर्ट की चिंता
16 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट ने बच्चों की वैक्सीन पर चिंता जताई थी। कोर्ट ने कहा था कि अगर ठोस रिसर्च किए बिना बच्चों को वैक्सीन लगाई जाती है, तो इसके नतीजे भयावह होने की आशंका है। हालांकि, कोर्ट ने याचिकाकर्ता की इस मांग पर आपत्ति जताई थी कि बच्चों के वैक्सीनेशन से संबंधित रिसर्च को समयबद्ध तरीके से किया जाए। कोर्ट ने कहा कि रिसर्च के लिए कोई टाइम लाइन नहीं हो सकती।
इधर, AIIMS के डॉक्टर बोले- 2 साल तक सतर्क रहना होगा
सोमवार को AIIMS के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर नीरज निश्चल ने कोरोना की तीसरी लहर के प्रति लोगों आगाह किया है। उन्होंने कहा कि लोगों को 1 से लेकर 2 साल तक सतर्क रहना होगा। त्योहारों के समय भीड़ लगाकर हमें वायरस को फिर से फैलने का मौका नहीं देना है।
प्रोफेसर नीरज निश्चल ने कहा कि जब तक संक्रमण कंट्रोल में नहीं आ जाता, हमें संक्रमण फैलने का कारण नहीं बनना है। एम्स के डॉक्टर का यह सुझाव तब आया है, जब हेल्थ एक्सपर्ट अगले 125 दिनों तक लोगों से बेहद सावधान रहने की अपील कर रहे हैं।