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बंगाल में विस्फोटक की तस्करी से एनआईए भी हैरान… अमोनियम नाइट्रेट ने ऐसे डराया कि होने लगी बेरूत ब्लास्ट की चर्चा

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। एनआईए ने पश्चिम बंगाल में विस्फोटक और डेटोनेटर की सप्लाई करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पिछले दिनों बोकारो के मेराजुद्दीन अली खान और बीरभूम के मीर मोहम्मद नुरुज्जमां को रानीगंज और कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। बात सिर्फ इनकी गिरफ्तारी की नहीं, इस पूरे मामले में विस्फोटकों का जो जखीरा जो पकड़ा गया वह चिंता की बात है। इलेक्ट्रिक डेटोनेटर और अमोनियम नाइट्रेट की चर्चा हो रही है लेकिन इसकी मात्रा इतनी थी कि एक इलाका पूरी तरह से तबाह हो जाता। अमोनियम नाइट्रेट जिस मात्रा में जब्त किया गया है उसके बाद कुछ लोग बेरूत के विस्फोट को भी याद कर रहे हैं। साल 2020 लेबनान की राजधानी बेरूत में 4 अगस्त को ऐसा विस्फोट हुआ जिसने पूरे शहर को मलबे में तब्दील कर दिया। इस विस्फोट के विजुअल देखकर आज भी लोग डर जाते हैं। बेरूत में विस्फोट, अमोनियम नाइट्रेट और ठकअ की गिरफ्तारी की चर्चा क्यों हो रही है।
इतनी मात्रा में विस्फोटक, ड्राइवर की गिरफ्तारी के बाद खुले राज
इस पूरी कहानी को समझने के लिए थोड़ा पीछे चलना होगा। एसीटीएफ कोलकाता की ओर से जून 2022 में एक एसयूवी को रोका गया था और लगभग 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर बरामद किये थे। इस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया। ड्राइवर से पूछताछ के बाद पुलिस ने विस्फोटकों का एक जखीरा बरामद किया। जिसमें 27,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, 1,625 किलोग्राम जिलेटिन की छड़ें और 2,325 अधिक इलेक्ट्रिक डेटोनेटर शामिल थे।
बंगाल के बीरभूम के मोहम्मद बाजार पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ और पिछले साल सितंबर में एनआईए ने इस मामले को अपने हाथ में ले लिया। एनआईए की ओर से पहली गिरफ्तारी इस साल जनवरी में रिंटू की हुई। एनआईए की ओर से बताया गया कि नरुज्जमां ने रिंटू को 27,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट की सप्लाई की थी जबकि खान ने उसे इलेक्ट्रिक डेटोनेटर और जिलेटिन छड़ों की आपूर्ति की थी। मेराजुद्दीन और मीर मोहम्मद नुरुज्जमां की गिरफ्तारी के बाद जांच आगे बढ़ रही है लेकिन सबसे बड़ा सवाल है इतनी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट।
बेरूत में दस किलोमीटर का इलाका पूरी तरह हो गया था तबाह
लेबनान की राजधानी बेरूत में ऐसा विस्फोट हुआ जिसकी धमक पूरे विश्व को सुनाई पड़ी। साल 2022 में राजधानी बेरूत के बंदरगाह पर धमाका हुआ जिससे पूरा शहर मलबे में तब्दील हो गया। विस्फोट इतना भयंकर था कि बेरूत का 10 किलोमीटर का इलाका पूरी तरह तबाह हो गया। हर तरफ धुएं का गुब्बार और कई किलोमीटर तक तबाही का मंजर देखा गया। बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह भरभरा गर्इं। करीब 150 लोगों की जान चली गई और 5 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस विस्फोट के पीछे की बड़ी वजह थी अमोनियम नाइट्रेट के गोदाम में लगी आग। गोदाम में जब्त अमोनियम नाइट्रेट को रखा गया था। गोदाम में करीब 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट रखा गया था। धमाका इस कदर हुआ कि नौ किलोमीटर तक बेरूत हवाई अड्डे की बिल्डिंग के शीशे टूट गए। भूकंप वैज्ञानिकों ने कहा था कि यह धमाका 3.3 मैग्निट्यूड के बराबर था और इसकी आवाज 200 किलोमीटर दूर तक सुनाई पड़ी।
बेरूत और बंगाल में जब्त अमोनियम नाइट्रेट की मात्रा में भले ही अंतर है लेकिन जिस मात्रा में जब्त किया गया है उससे भी तबाही मच सकती है। अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल मुख्यत विस्फोट के लिए किया जाता है। अमोनियम नाइट्रेट एक अत्यंत विस्फोटक रसायन है। अपने आप में यह विस्फोटक नहीं है लेकिन आग लगी तो धमाका होता है। इसके रखरखाव के नियम काफी कड़े होते हैं। इतनी मात्रा में विस्फोटक मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं।