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प्रवीण गोडखिंडी की बांसुरी ने जीता दिल

कहा बांसुरी एक तरह का प्राणायाम, स्वस्थ रहने के लिए बजाएं बांसुरी
हनुमानगढ़ (सीमा सन्देश न्यूज)।
जंक्शन स्थित हनुमानगढ़ इंटरनेशनल स्कूल में जैसे ही रॉक वृंदावन सारंग की आवाज गूंजी तो सुरीले संगीत से वहां मौजूद सभी आॅडियंस मंत्रमुग्ध हो गए। मौका था स्पिक मैके की तरफ से आयोजित बांसुरी वादन कार्यक्रम का जहां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बांसुरी वादक प्रवीण गोडखिंडी ने बांसुरी वादन कर सभी को अपनी धुन से मग्न कर दिया। इस मौके पर प्रवीण गोडखिंडी ने स्टूडेंट्स के पूछे प्रश्नों के उत्तर भी दिए और उन्हें बांसुरी सीखने की प्रेरणा दी। उन्होंने समझाया कि बांसुरी बजाना प्राणायाम के बराबर है। यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो अपनी सांसों को नियंत्रित करने का अभ्यास करें। स्पिक मैके के को आॅर्डिनेटर मनीष जांगिड़ ने बताया कि गोडखिंडी 8 फीट कॉन्ट्रा बास बांसुरी पर प्रदर्शन करने वाले पहले भारतीय बांसुरी वादक हैं। इसके साथ ही आकाशवाणी की ओर से हिंदुस्तानी बांसुरी में शीर्ष रैंकिंग कलाकार अर्जेंटीना में आयोजित विश्व बांसुरी उत्सव में बांसुरी का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले भारतीय भी हैं। उन्होंने कहा कि स्पिक मैके संस्था भारतीय संगीत की परंपरा को युवाओं में लोकप्रिय बनाने के लिए प्रयत्नशील रही है। आगे भी इसी तरीके के कार्यक्रम करवा कर स्टूडेंट्स को संगीत और परंपराओं को लेकर आगे बढ़ने में मदद करने का प्रयास जारी रहेगा। इस मौके पर स्पिक मैके सचिव भारतेंदु सैनी, एसकेडी यूनिवर्सिटी कुलाधिपति दिनेश जुनेजा, लायंस क्लब के राधेश्याम सिंगला, मोहित बलाड़िया, कमलजीत सैनी, आदित्य गुप्ता, अशोक सुथार, दुर्गादत्त सैनी, रमेशचंद्र पंचारिया, ललित भटेजा आदि मौजूद रहे।