बीकानेर के पुरातत्व संग्राहलय की टीम ने शनिवार को जिले के जैतसर के गांव पांच जीबी बी में झंडा टिब्बा इलाके का जायजा लिया। पुरातत्व संग्रालय को इस इलाके में सैंधव सभ्यता के बाद की किसी सभ्यता के अवशेष मिलने की संभावना है। टीम ने यहां से कुछ पुराने मृदभांड (मिट्टी के बर्तन) के टुकड़े आदि एकत्र किए हैं। टीम शनिवार सुबह झंडा टिब्बा के इन टीलों पर पहुंची।
यहां पहले भी मिल चुके हैं अवशेष
इस इलाके में पहले भी जोधपुर की जयनारायण व्यास युनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर रिसर्च कर चुके हैं। कुछ साल पहले इन स्कॉलर्स ने यहां जांच की। उस समय कुछ जानकारियां उन लोगों ने जुटाई थीं। अब एक बार फिर विभाग की टीम झंडा टिब्बा पहुंची। यहां पहुंचे लोगों में बीकानेर के पुरातत्व संग्रहालय के सुपरिंटेंडेंट महेंद्र कुमार और सहायक प्रशासनिक अधिकारी शंकरदत्त हर्ष शामिल थे। दोनों के साथ जोधपुर की जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी और बीकानेर की महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के एक-एक रिसर्च स्कॉलर भी शामिल थे।
इलाके के बारे में जानकारी ली
श्रीगंगानगर में जैतसर के आसपास का इलाका कभी घग्घर नदी का बहाव क्षेत्र रहा है। ऐसे में टीम ने यहां के दुर्गाराम नायक और संदीप सिंह से जानकारियां जुटाई। यहां पहले हुई खुदाई के बारे में जाना। उन्होंने इस इलाके में प्राचीन सभ्यता के अवशेष मिलने के बारे में भी जानकारियां जुटाईं।