जयपुर/जैसलमेर
भारत की पश्चिमी सीमा जैसलमेर में युद्धाभ्यास दक्षिण शक्ति के दौरान शुक्रवार को भविष्य के हाईब्रिड युद्ध का नजारा भारत ने दिखा दिया। यह युद्धाभ्यास एक महीने से चल रहा था। इस युद्धाभ्यास में तीनों सेनाओं की इकट्ठी ताकत दिखी। सेना ने स्पेस टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से भविष्य में हो सकने वाले युद्ध की झलक दिखाई।
इसके साथ ही स्वदेसी लड़ाकू हेलिकॉप्टर ध्रुव ने ड्रोन को मार गिराने की प्रैक्टिस की। थार के रेगिस्तान, रण ऑफ कच्छ, समुद्र और क्रीक इलाके में अलग-अलग फेज में पांच से छह एजेंसियों ने साथ में युद्धाभ्यास किया। पाकिस्तान से सटी सीमा पर यह पहला अवसर है जब सेना इस नए तरीके को आजमा रही है। आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे शुक्रवार को इस युद्धाभ्यास का साक्षी बने। उन्होंने जवानों व पैरा कमांडों से बातचीत की और उनका हौसला अफजाई की।