Wednesday, January 22निर्मीक - निष्पक्ष - विश्वसनीय
Shadow

पहली बार चूहों में म्यूटेट होकर इंसानों में ट्रांसफर हुआ था नया वैरिएंट

दुनिया भर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक चौंकाने वाली रिसर्च सामने आई है। चीनी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन चूहों में म्यूटेट होकर इंसानों तक पहुंचा है। ये रिसर्च साइंस डायरेक्ट जर्नल में प्रकाशित हुई है। जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों के इस कॉन्सेप्ट को ‘होस्ट जंपिंग’ कहा जाता है।

ऐसे हुए ओमिक्रॉन में म्यूटेशन्स

ओमिक्रॉन की शुरुआती जांच में वैज्ञानिकों ने इस वैरिएंट में करीब 50 म्यूटेशन्स देखे थे। अकेले स्पाइक प्रोटीन में ही 32 म्यूटेशन्स मौजूद थे। स्पाइक प्रोटीन ही वायरस को हमारे शरीर के सेल्स (कोशिकाओं) के अंदर प्रवेश करवाता है। ओमिक्रॉन के तेजी से फैलते संक्रमण का कारण इसके म्यूटेशन्स को बताया जाता है। ऐसे में वैज्ञानिकों के मन में ये सवाल उठा कि आखिर ये ओमिक्रॉन आया कहां से?

चूंकि इंसानों और मैमल्स (स्तनधारी जानवरों) के शरीर में कोई भी वायरस इतना ज्यादा म्यूटेट नहीं होता है, वैज्ञानिकों को आशंका हुई कि ओमिक्रॉन असल में होस्ट जंपिंग का मामला है।

आगे की जांच में ये बात सामने आई कि ओमिक्रॉन में मिलने वाले म्यूटेशन्स चूहों में वायरस के म्यूटेशन्स से मिलते-जुलते हैं। साथ ही, ओमिक्रॉन के म्यूटेशन्स चूहों के शारीरिक वातावरण के अनुकूल हैं। यानी ओमिक्रॉन वैरिएंट चूहों के शरीर में आसानी से जीवित रह सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *