बीकानेर
रिश्वत लेने की आदत पड़ जाए तो फिर छूटती नहीं है। बीकानेर में उपनिवेशन विभाग के पटवारी के साथ भी कुछ ऐसा ही है। कुछ साल पहले रिश्वत के एक मामले की अदालत में सुनवाई चल ही रही है कि एक और किसान से 20 हजार रुपए लेते गिरफ्तार हो गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बीकानेर चौकी ने इस पटवारी को जैसलमेर के एक मामले में गिरफ्तार किया है।
दरअसल, गोपाल सिंह राजपुरोहित नामक पटवारी के पास जैसलमेर के रामगढ़ का अतिरिक्त कार्यभार है। उसने एक किसान नूर मोहम्मद के खेत की खातेदारी देने के नाम पर चालीस हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इसी मांग को पूरा करने के लिए सोमवार को बीकानेर के एमएन अस्पताल के पास मुलाकात की। नूर मोहम्मद ने जैसे ही बीस हजार रुपए दिए, एसीबी के सीआई आनन्द मिश्रा की टीम ने दबोच लिया। दरअसल, नूर मोहम्मद पहले ही एसीबी को इस आशय की शिकायत कर चुका था। जिसकी पुष्टि होने के बाद एसीबी ने कार्रवाई का जाल बिछाया था।
पहले भी हो चुका गिरफ्तार
गोपाल राजपुरोहित वर्ष 2012 में भी पांच हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। उस पर एक बार अदालत में आरोप साबित हो चुके हैं। उसे 24 जून को ही अदालत ने रिश्वत लेने के मामले में दोषी माना था। लेकिन वो अपील में चला गया। रिश्वत जैसे गंभीर आरोप के बाद भी गोपाल को न सिर्फ पटवारी का फिल्ड वर्क दिया गया बल्कि रामगढ़ का अतिरिक्त कार्यभार भी दे दिया गया।
अब हो रही है पूछताछ
एसीबी के एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि आरोपी से पूछताछ अभी जारी है। गोपाल सिंह के करणी नगर स्थित मकान पर भी छानबीन की जा रही है। साथ ही उसके बैंक खातों और लॉकर भी एसीबी भी खंगालने की तैयारी में है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि पूछताछ के बाद ही स्पष्ट होगा कि उसके पास कितनी संपत्ति है।