श्रीगंगानगर
जिले के रायसिंहनगर में नरमे की तुलाई में काट से परेशान किसानों ने सोमवार को कस्बे की कृषि उपज मंडी समिति के गेट पर ताला लगा दिया। इससे बिक्री के लिए न तो ट्रैक्टर ट्रॉलियां मंडी के अंदर आ सकी और न ही मंडी के अंदर आई ट्रॉलियों को बाहर जाने का रास्ता मिला। इन किसानों का कहना था कि मंडी में आने वाले नरमे की तुलाई में व्यापारी प्रति क्विंटल पर काट लगाते हैं। यह गलत है। इससे किसान को नुकसान हो रहा है। किसानों ने सुबह करीब ग्यारह बजे मंडी के गेट पर ताला लगाया जिसे दोपहर बाद चार बजे वार्ता के बाद खोला गया।
यह था नाराजगी का कारण
रायसिंहनगर की कृषि उपज मंडी समिति में इन दिनों नरमे (कॉटन) की आवक शुरू हो गई है। यहां जो किसान नरमा लाते हैं, उसे व्यापारी तुलवाने के बाद इस पर प्रति क्विंटल आधा किलो की कमी करके भुगतान करते हैं। इसके पीछे व्यपारियों का तर्क है कि नरमा पड़ा रहने पर सूखता है, अभी इसमें नमी होती है और वजन ज्यादा होता है।
इसके साथ ही किसानों का कहना था कि उनका नरमा व्यापारियों के पास लाने के बाद भी कई बार ढेरी में पड़ा रहता है। इससे यह सूख जाता है और उन्हें नुकसान होता है। उन्होंने नरमे को तुलाई करवाकर सीधे फैक्ट्री भिजवाने की मांग की।
दिन में हुई वार्ता विफल
इससे पहले किसानों के मंडी गेट पर ताला लगाने की सूचना मिलने पर तहसीलदार नवीन गर्ग और कार्यवाहक मंडी सचिव डीएल कालवा मौके पर पहुंचे। इन लोगों ने किसानों से वार्ता शुरू की लेकिन चार घंटे तक चली पहले दौर की वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकला। दूसरे दौर की वार्ता में शाम करीब चार बजे आश्वासन के बाद किसान माने और मंडी का गेट खोला।