श्रीगंगानगर (सीमा सन्देश)। डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय, श्रीगंगानगर में अंग्रेजी की सह-आचार्य डॉ. परनीत जग्गी को पांच दिवसीय वर्ल्ड पोएट्री कांफ्रेंस के समापन पर रविवार को ‘आजाद इंटरनेशनल अवार्ड इन हिस्टोरिकल फिक्शन’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनके अंग्रेजी उपन्यास ‘द कॉल आॅफ द सिटाडेल’(डॉ. विक्रम सिंह देओल के साथ संयुक्त लेखन) और उनकी उत्कृष्ट एंकरिंग के लिए आजाद फाउंडेशन और वर्ल्ड लिटरेचर इंडिया (चंडीगढ़) द्वारा प्रदान किया गया। संस्था ने इस उपन्यास को पाथ-ब्रेकिंग बताते हुए इसकी सराहना की। इस अंतरराष्ट्रीय आॅनलाइन कांफ्रेंस में लगभग 25 देशों से 150 से अधिक कवियों ने भाग लिया और कोरोना काल में साहित्य की भूमिका पर काव्य पाठ व चर्चा की। इस कॉन्फ्रेंस में डॉ. सतीश कपूर को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, डॉ. नाजी नामन ( लेबनान) को आजाद अवार्ड इन लिटरेचर, क्लोडिया पिकीनो (इटली) को आजाद पोएट्री अवार्ड, मुतिउ ओलावई (नाइजीरिया) को आजाद जर्नलिज्म अवार्ड आदि से सम्मानित किया गया। इस कांफ्रेंस का विषय, ‘लिटरेचर इन डिफिकल्ट टाइम्स’ था। ज्ञातव्य है कि डॉ. परनीत एक उत्कृष्ट कवयित्री भी हैं। उपन्यास के इलावा इनके 5 काव्य संग्रह और 5 अन्य पुस्तकें प्रकाशित हैं। श्रीमद् भगवद् गीता और श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर इनकी शोध पुस्तकें हैं। ‘सीमा संदेश’ में सिख इतिहास और सिख दर्शन पर इनके आलेख छपते रहते हैं।