नई दिल्ली
दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने चीन के झिंजियांग प्रांत की राजधानी उरुमकी में अपना शोरूम खोलने का फैसला किया है। लेकिन इसकी घोषणा के साथ ही कंपनी को अमेरिका की ओर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका ने टेस्ला के फैसले पर कहा कि निजी क्षेत्र को चीन द्वारा किए गए मानवाधिकार के हनन और नरसंहार के लिए विरोध करना चाहिए।
व्हाइट हाउस की ओर से आया ये बयान
बीते शुक्रवार को किए गए अपने इस फैसले के साथ इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला उन कंपनियों में शामिल हो गई है, जो पहले चीनी क्षेत्र में बिजनेस करने के मामले में विवादों में फंस चुकी हैं। व्हाइट हाउस ने निजी कंपनियों से झिंजियांग में चीन द्वारा मानवाधिकारों के हनन और नरसंहार का विरोध करने का आग्रह किया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि निजी क्षेत्र की कंपनियां जो अपनी आपूर्ति श्रृंखला के भीतर जबरन मजदूरी और मानवाधिकारों के हनन को संबोधित करने में विफल रहती हैं, उन्हें अमेरिका में गंभीर कानूनी परेशानियों और ग्राहक जोखिम का सामना करना पड़ता है।