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टाटा और बोइंग-एयरबस के बीच सौदे की इनसाइड स्टोरी:लंदन में टाटा के लग्जरी होटल में महीनों बातचीत, गोवा-केरल के सीफूड की दावत में मुहर

टाटा ने एयर इंडिया के लिए फ्रांस की कंपनी एयरबस से 250 और अमेरिकी कंपनी बोइंग से 220 एयरक्राफ्ट खरीदने का सौदा किया है। यह दुनिया की सबसे बड़ी एविएशन डील है। एयरबस से समझौते पर दस्तखत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों मौजूद थे। वहीं, बोइंग से डील पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश PM ऋषि सुनक ने इससे उनके देशों में लाखों नौकरियां पैदा होने की बात कही।

इस मेगा डील की जानकारी मंगलवार से पहले किसी को नहीं थी। तो क्या इतना बड़ा सौदा अचानक हो गया? न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने दावा किया है कि टाटा, एयरबस और बोइंग के एक्सपर्ट्स पिछले कई महीनों से सीक्रेट मीटिंग्स में सौदे की हर बारीकी पर बात कर रहे थे। पूरी बातचीत लंदन के एक लग्जरी होटल में चली। सौदे पर मुहर भी उसी होटल के फाइन डाइन रेस्टोरेंट में गोवा और केरल से लाए गए इंडियन सीफूड के डिनर के दौरान लगी।

टाटा का विक्टोरियन फाइव स्टार होटल बना डील सेंटर
लंदन के पश्चिमी हिस्से में शाही परिवार के निवास यानी बकिंघम पैलेस के पास ही मौजूद है प्रसिद्ध विक्टोरियन लक्जरी होटल सेंट जेम्स कोर्ट। यह फाइव स्टार होटल टाटा ग्रुप का है। रायटर्स के मुताबिक, टाटा, एयरबस और बोइंग के साथ प्लेन के इंजन बनाने वाली रोल्स रॉयस के एक्सपर्ट कई महीनों तक इसी होटल के रूम्स और सुइट्स में ठहरे थे। इससे दिन से देर रात तक चलने वाली मीटिंग्स में हर पार्टी वक्त पर मौजूद रही।

वेस्ट लंदन में बने फाइव स्टार होटल सेंट जेम्स कोर्ट को टाटा ग्रुप ताज ब्रांड के तहत ऑपरेट करता है।

वेस्ट लंदन में बने फाइव स्टार होटल सेंट जेम्स कोर्ट को टाटा ग्रुप ताज ब्रांड के तहत ऑपरेट करता है।

लग्जरी इंडियन रेस्टोरेंट में समझौते पर मुहर
इस डील से जुड़े रहे एक व्यक्ति ने रॉयटर्स को बताया कि महीनों के नेगोशिएशन पर मुहर सेंट जेम्स कोर्ट के इंडियन रेस्टोरेंट ‘क्विलोन’ में डिनर के दौरान लगी। यह रेस्टोरेंट लंदन में भारत के गोवा और केरल जैसे तटीय क्षेत्रों से लाए जाने वाले सीफूड परोसने के लिए जाना जाता है। रॉयटर्स के मुताबिक डिनर के दौरान हुई फाइनल मीटिंग में टाटा, बोइंग, एयरबस और रोल्स रॉयस समझौते की शर्तों पर राजी हुई थीं।

टाटा के अफसरों ने विदेशी कंपनियों से जमकर मोलभाव किया
इस डील से जुड़े रहे एक अफसर ने रॉयटर्स को बताया कि एयर इंडिया के चीफ कॉमर्शियल एंड ट्रांसफॉर्मेशन ऑफिसर निपुण अग्रवाल के साथ एयरक्राफ्ट एक्विजिशन के चीफ योगेश अग्रवाल कई बार देर रात तक बोइंग और एयरबस के अफसरों से चर्चा करते थे। इन मीटिंग्स में टाटा के अफसर कंपनियों से उनका बेस्ट ऑफर पेश करने को कहते थे। अफसर ने बताया कि इससे टाटा ग्रुप को बड़ा फायदा पहुंचा।

इस मीटिंग के दौरान मौजूद रहे एक व्यक्ति ने कहा- पूरी डील के हर पॉइंट पर एयर इंडिया की तरफ से कड़ा मोलभाव हुआ। उनके पास एविएशन का बड़ा अनुभव नहीं था, लेकिन टाटा की टीम बेहद शार्प है। कारोबार के लिहाज से देखा जाए, तो उन्होंने इंडस्ट्री के मंझे हुए खिलाड़ियों से भी बेहतर काम करके दिखाया है।