बीकानेर
वर्ष 2020 की तरह वर्ष 2021 ने देशभर को बड़े घाव दिए तो बीकानेर कैसे अछूता रहता। कोरोना की दूसरी लहर ने इसी साल करीब एक हजार लोगों को मौत दी तो इस बीमारी से लड़ने के हथियारों की कालाबाजारी ने इस संतोषप्रद शहर को शर्मसार कर दिया। जाते-जाते बीकानेर में जीवन पटरी पर आना शुरू हुआ है लेकिन एक बार फिर बढ़ते कोविड रोगियों ने 2022 को लेकर भी संशय पैदा कर दिया है। साल के अंतिम महीनों में प्रदेश में बेरोजगारों को नौकरी देने के लिए परीक्षाओं का सिलसिला शुरू हुआ तो नकल के सबसे बड़े मामले भी इसी शहर में देखने को मिले।