अजमेर (वार्ता)। केन्द्रीय कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा है कि भारत के चंद्रयान मिशन से यह संदेश मिलता है कि हमें जीवन में कभी भी असफलता से घबराना नहीं चाहिए। यदि हमारे भीतर जिद और संकल्प हो तो असफलता को भी सफलता में बदला जा सकता है।
श्री मेघवाल आज राजस्थान के अजमेर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ग्रुप केंद्र 2 सभागृह में आयोजित रोजगार मेले के अवसर पर नयी नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां 250 ऐसे अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र प्रदान किये जो अर्द्धसैनिक बलों में अब सेवाएं देंगे। इस अवसर पर मंच पर सांसद भगीरथ चौधरी, विधायक अनिता भेदल व वासुदेव देवनानी, महापौर ब्रजलता हाड़ा, उपमहापौर नीरज जैन, सीआरपीएफ के आईजी विक्रम सहगल, डीआईजी ए.के. सिंह व संजय यादव, कमाडेंट मोहन प्रकाश, डिप्टी कमाडेंट सुरेंद्र सिंह व राधाकृष्णन इत्यादि उपस्थित थे।
श्री मेघवाल ने कहा कि चंद्रमा से हमारी देश की मातृशक्ति का सबसे ज्यादा लगाव रहा है, इसलिए यह स्वाभाविक है कि चंद्रयान तीन की सफलता में इसरो की महिला वैज्ञानिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं का यह कर्तव्य है कि अपनी आने वाली पीढ़ी को वे प्रदूषण मुक्त देश सौंपे। इसके लिए उन्होंने हर पूर्णिमा को रात को घर की लाइट बंद करके चंद्र प्रकाश में समय गुजारने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि भारत अब विभिन्न क्षेत्रों में एक बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहा है। अब अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी विकसित देश अपनी सेटेलाइट अंतरिक्ष में भेजने के लिए भारत से संपर्क कर रहे हैं। इसके अलावा देश आॅटो मोबाइल, फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
प्रारंभ में सीआरपीएफ के आईजी विक्रम सहगल ने केंद्रीय मंत्री एवं अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सीआरपीएफ संपूर्ण विश्व में सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है। यह देश की एकता एवं अखंडता के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा के कुशल प्रबंधन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस अवसर पर विधायक अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी तथा महापौर ब्रजलता हाड़ा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया। उल्लेखनीय है कि देश के 45 शहरों में आयोजित रोजगार मेले के आठवें संस्करण में अर्धसैनिक बलों में कुल 51,106 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। राजस्थान में अजमेर तथा जोधपुर में रोजगार मेले का आयोजन किया गया था। देश में अब तक पिछले करीब एक वर्ष में पाँच लाख से ज्यादा लोगों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा चुके हैं।