जयपुर
राजधानी जयपुर में कांग्रेस के अंदर कितनी अंतर्कलह चल रही है। ये जयपुर जिला आयोजना समिति के चुनाव में खुलकर सामने आ गई। इन चुनाव में 20 सदस्यों में से कांग्रेस के केवल 2 ही सदस्य चुनाव जीत सके। सबसे बड़ी बात ये है कि शहरी क्षेत्र की समिति के 10 सदस्यों पर तो कांग्रेस का एक भी उम्मीदवार जीत नहीं सका। जबकि जयपुर नगर निगम ग्रेटर, जयपुर नगर निगम हेरिटेज और 10 अन्य नगर पालिकाओं में मौजूद कुल मैम्बर्स में से 43 फीसदी पार्षद तो कांग्रेस की सिंबल पर जीतकर आए हुए है।
दरअसल, जिला परिषद में जिला आयोजना समितियां (शहरी और ग्रामीण) बनाई जाती है, जिसमें 10-10 मेंबर चुने जाते हैं। शहरी क्षेत्र की समिति के 10 मेंबर के चुनाव में जिले की नगर पालिका, नगर निगम के जीते हुए पार्षद वोटिंग करते है। जयपुर जिले की 10 नगर पालिकाओं और दो नगर निगमों के 570 पार्षदों में से 245 कांग्रेस पार्टी के है, जबकि 225 भाजपा के और 100 सदस्य निर्दलीय या दूसरी अन्य पार्टी से है। इस समिति के सभी 10 पदों पर भाजपा पार्टी के ही उम्मीदवार जीते है।
आपको बता दें कि इन 10 सदस्यों के चुनाव के लिए कुल 624 मतदाताओं में से 383 मतदाताओं ने वोटिंग की, जबकि 7 सदस्यों के वोट खारिज हुए, जबकि 376 के ही वोट वैलिड रहे।