श्रीगंगानगर (सीमा सन्देश)। स्वामी ब्रह्मदेव के नेतृत्व में जगदंबा अंधविद्यालय 1980 में अपनी स्थापना से ही समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व को निभा रहा है। चाहे वह दिव्यांग बच्चों की शिक्षा हो, इलाके के जरूरतमंद व गरीब लोगों की आंखों का इलाज तथा हो या अन्य सेवा कार्य, यह संस्थान अग्रणी रहता है। गत वर्ष कोरोना काल में विपरीत परिस्थितियों में लॉकडाउन के दौरान स्वामी ब्रह्मदेव के सान्निध्य में प्रतिदिन भोजन के 10 हजार पैकेट तैयार कर जिला प्रशासन के माध्यम से जरूरतमंद परिवारों के घर तक पहुंचाए गए। इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर में भी अंध विद्यालय ने समाज के प्रति अपने दायित्व को बखूबी निभाया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ‘ कोई भी भूखा न सोए’ के सपने को चरितार्थ करते हुए हजारों जरूरतमंद परिवारों को नि:शुल्क भोजन पहुंचाया। इसके अतिरिक्त जागरूकता कार्यक्रम के साथ ही लगभग 20 हजार से अधिक मास्क भी लोगों को बांटे व उन्हें गाइडलाइन की पालना के लिए प्रेरित किया। जगदम्बा अंध विद्यालय इंदिरा रसोई को स्वायत्त शासन विभाग ने चयनित किया। इसके माध्यम से प्रतिदिन भोजन के 600 पैकेट तैयार कर जरूरतमंदों के लिए प्रशासन को सौंपे जाते थे। अंधविद्यालय इंदिरा रसोई के भोजन की शुद्धता, पौष्टिकता, सही समय, सही मात्रा व अच्छी पैकिंग के साथ ही गुणवत्ता का सर्वोत्तम फीडबैक प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ। संस्थान के सचिव शिवम कोहली आमजन को कोरोना से बचाने के लिए नि:शुल्क मास्क वितरण से लेकर लोगों की जागरूकता के अन्य कार्यों में सेवा के अग्रणी मोर्चे में रहे। हालांकि सेवा की इस प्रक्रिया के बीच शिवम कोहली स्वयं संक्रमित हो गये। इसके बाद भी उनके सेवा के जज्बे में कोई कमी नहीं आई और वे निरंतर सेवा कार्यों में जुटे रहे तथा मोबाइल से स्टाफ व सेवादारों को प्रेरित करते रहे।