अयोध्या. वर्षों से विभागीय बिजली मीटर में तकनीकी छेड़छाड़ कर रीडिंग कम करने के लिए रिमोट व चिप का प्रयोग करने वाला गिरोह आखिरकार पावर कारपोरेशन की टीम के हाथों लग गया।
बुधवार को कारपोरेशन व विजिलेंस की संयुक्त टीम ने पुलिस की सहायता से नाका क्षेत्र के देवनगर मोहल्ला स्थित एक घर में छापा मारा तो वहां का दृश्य देखकर अधिकारी भी दंग रह गए। दो कमरों में कारपोरेशन के सैकड़ों मीटर बिखरे पड़े मिले। अधिकारी भी अचंभे में पड़ गए कि आखिर यहां पर चल क्या रहा था? मौके से टीम ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिससे पूछताछ चल रही है।
सैकड़ों मीटर बिखरे पड़े मिले
विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता प्रदीप वर्मा की टीम ने बुधवार पूर्वाह्न देवनगर स्थित घर पर छापा मारा। टीम ने मौके पर मिले कृष्ण कुमार सोनी को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने टीम को बताया कि वह वर्षों से यह कार्य कर रहा था। उसने जब भवन के प्रथम तल पर मौजूद कमरा खोला तो सैकड़ों मीटर बिखरे पड़े मिले और दर्जनों मीटर खुले पड़े थे।
शंका के आधार पर उससे और पूछताछ की गई तो पता चला भूतल के नीचे एक कमरे में और बिजली के मीटर रखे हैं। यहां टीम को वह मशीन भी मिली, जिससे मीटर में छेड़छाड़ कर रीडिंग बदली जा रही थी।
बड़ा गैंग होने की आशंका
मौके पर पहुंचे अयोध्या जोन के मुख्य अभियंता हरीश बंसल ने जानकारी करने के बाद बताया कि यह एक बड़ा गैंग है, किसी एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है। यहां पर चिप लगाकर मीटर को बैक करने के साथ ही उसके पुर्जों को भी बदले जाने की संभावना दिख रही है।
विभागीय संलिप्तता की होगी जांच
उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में विभागीय बिजली के मीटर व अन्य उपकरण मिले हैं, जिसमें थ्री फेस व सिंगल फेस के मीटर भी शामिल हैं। सभी पर नंबरिंग की गई है। उन्होंने विभागीय संलिप्तता की संभावना जताते हुए जांच कराए जाने की बात कही है।
इस मामले में पावर कारपोरेशन गिरफ्तार आरोपी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है। अभी गैंग के अन्य सदस्यों का पता नहीं चल सका है।